Wednesday, November 6, 2024
Homeदेश-समाजनदी पार कर भारत में घुसा बांग्लादेश का नवाब, रंगीला खातून से निकाह कर...

नदी पार कर भारत में घुसा बांग्लादेश का नवाब, रंगीला खातून से निकाह कर बिहार के अररिया में बस गया: पासपोर्ट बनवाने की कोशिश करते गिरफ्तार, आधार-वोटर कार्ड बन चुका था

कड़ाई से पूछताछ के बाद नवाब ने स्वीकार किया कि वह बांग्लादेश का नागरिक है और अवैध रूप से भारत में रह रहा है। नवाब के फर्जी दस्तावेज और अवैध गतिविधियों के खुलासे के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

बिहार के अररिया जिले में एक बांग्लादेशी नागरिक की गिरफ्तारी से इलाके में हलचल मच गई है। आरोपी नवाब (24 वर्ष), जो बांग्लादेश के चापा नवाबगंज जिले का निवासी है, ने तीन साल से अररिया के रामपुर कोदरकट्टी पंचायत के मरंगी टोला वार्ड 11 में अपनी पहचान छिपाकर एक स्थानीय महिला से निकाह कर लिया था और एक बच्ची का अब्बू भी बन चुका था।

अवैध दस्तावेज और फर्जी पहचान का खुलासा

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नवाब ने बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत की सीमा पार की थी और यहाँ आकर आधार कार्ड, वोटर आईडी, और यहाँ तक कि भारतीय पासपोर्ट बनाने की कोशिश भी की थी।

उसकी पहचान तब खुली जब पासपोर्ट वेरिफिकेशन के दौरान स्थानीय मुखिया पम्मी देवी के पति राजेश सिंह ने उसके दस्तावेजों में गड़बड़ी पाई। वोटर आईडी में पिता की जगह पत्नी रंगीला खातून का नाम दर्ज होने से शक गहराया और कड़ाई से पूछताछ के बाद नवाब ने स्वीकार किया कि वह बांग्लादेश का नागरिक है और अवैध रूप से भारत में रह रहा है। नवाब के फर्जी दस्तावेज और अवैध गतिविधियों के खुलासे के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया

भारत में घुसपैठ आसान, महज 1000 रुपए में पार की सीमा

पूछताछ में नवाब ने यह खुलासा किया कि वह बांग्लादेश से करीब 500 से 1000 रुपये देकर नदी पार कर भारत आया था। सीमा पार करने के बाद वह सबसे पहले बिहार के कटिहार जिले के सेमापुर में अपनी मौसी के घर पर रुका। वहाँ कुछ दिन रहने के बाद उसने अररिया के रामपुर कोदरकट्टी पंचायत के मरंगी टोला वार्ड 11 में आकर एक स्थानीय महिला से निकाह कर लिया।

नवाब ने अपने भारतीय पहचान के लिए फर्जी दस्तावेज जैसे आधार कार्ड और वोटर आईडी बनवाए, जिसमें उसने अपने ससुर को अपना अब्बा दिखाया और बीवी का नाम मतदाता पहचान पत्र में दर्ज करा लिया। उसकी योजना पासपोर्ट बनवाकर बांग्लादेश वापस जाने की थी, ताकि वह कानूनी रूप से भारत और बांग्लादेश के बीच आ-जा सके। पासपोर्ट वेरिफिकेशन के दौरान ही उसकी असलियत सामने आई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

मुखिया की सतर्कता से खुला राज

नवाब की सच्चाई सामने आने के पीछे मुख्य भूमिका मुखिया पम्मी देवी और उनके पति की थी, जिन्होंने उसकी पहचान पर शक जताते हुए उसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने जाँच कर नवाब को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना ने सीमावर्ती क्षेत्रों में बांग्लादेशी नागरिकों की घुसपैठ और उनकी अवैध गतिविधियों पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस और प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आगे की जाँच शुरू कर दी है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस ईमान खलीफ का मुक्का खाकर रोने लगी थी महिला बॉक्सर, वह मेडिकल जाँच में निकली ‘मर्द’: मानने को तैयार नहीं थी ओलंपिक कमेटी,...

पेरिस ओलंपिक में महिला मुक्केबाजी में ईमान ने गोल्ड जीता था। लोगों ने तब भी उनके जेंडर पर सवाल उठाया था और अब तो मेडिकल रिपोर्ट ही लीक होने की बात सामने आ रही है।

दिल्ली के सिंहासन पर बैठे अंतिम हिंदू सम्राट, जिन्होंने गोहत्या पर लगा दिया था प्रतिबंध: सरकारी कागजों में जहाँ उनका समाधि-स्थल, वहाँ दरगाह का...

एक सामान्य परिवार में जन्मे हेमू उर्फ हेमचंद्र ने हुमायूँ को हराकर दिल्ली के सिंहासन पर कब्जा कर लिया। हालाँकि, वह 29 दिन ही शासन कर सके।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -