पश्चिम बंगाल के अशोकनगर कल्याणगढ़ में रहने वाली युवती प्रियंका दत्ता को लगातार धमकियाँ मिल रही हैं। उसने सोशल मीडिया पर पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में पोस्ट साझा किया था जिसमें आतंकियों को सबक सिखाने की बात कही थी। वीडियो के बाद युवती ने दावा किया है कि उसे टीएमसी से जुड़े मुस्लिमों ने अपहरण और रेप की धमकियाँ दी।
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में पीड़िता कहती हुई सुनाई दे रही है, “मैंने कश्मीर घटना पर बहुत सारी बातें शेयर की थीं। कुछ लोगों ने मेरे विचार का समर्थन किया, तो कुछ ने मुझे और मेरे समर्थकों को गालियाँ दीं। मैं अब भी यही कहूँगी कि आतंकी हमला बेहद निंदनीय था और बर्दाश्त करने लायक नहीं था।”
इस दौरान रोते हुए युवती ने कहा, “जब वे तर्क और दलीलों का उपयोग करके मुझसे नहीं लड़ सके, तो वे मेरे डीएम में गए और बार-बार मुझे बलात्कार की धमकियाँ दीं।” युवती ने आगे जोर देकर कहा, “उन्होंने मुझे मेरे घर से अगवा करने की धमकियाँ दी, मैसेंजर पर बार-बार कॉल किया और बलात्कार की धमकी दी।”
प्रियंका दत्ता ने एक आरोपी की पहचान एमजे मारूफ के रूप में की है। उनके द्वारा शेयर किए गए स्क्रीनशॉट में से एक में मारूफ को वॉयस नोट भेजते और कुछ ‘अश्लील शब्द’ लिखते हुए देखा गया। एक दूसरा आरोपित लड़का जिसने अपना छद्म नाम ‘मिस्टी माये दूष्टो छेला ‘ नाम से अकाउंट रखा है, उसके फेसबुक प्रोफाइल से टीएमसी से जुड़े होने का पता चलता है।
युवती का एक और वीडियो सामने आया है जिसमें उसने कहा है कि पुलिस अधिकारी घर पर आए और धमकी दी कि उस वीडियो को डिलीट करें जिसमें आरोप लगाए गए हैं।
वो कह रही है कि अधिकारी उसके घर आए और धमकी दी कि अगर उसने वीडियो डिलीट नहीं किया तो उसे झूठे आरोपों में गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी धमकी दी है कि अगर उसने अपना वीडियो डिलीट नहीं किया तो उसके माता-पिता को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।