OpIndia is hiring! click to know more
Saturday, April 12, 2025
Homeदेश-समाजजिस मौलाना का समर्थन करती है 'भीम आर्मी', उसी ने दलित महिला से किया...

जिस मौलाना का समर्थन करती है ‘भीम आर्मी’, उसी ने दलित महिला से किया बलात्कार: पहले फिरदौस ने ‘हृदेश’ बन फाँसा, फिर नूर अहमद अज़हरी के साथ रेप का बनाया वीडियो

फिरदौस पीड़िता को अपने साथ पूरनपुर इलाके के खानका लाया। यहाँ मौलाना नूर अहमद अज़हरी ने पीड़िता पर भूत-प्रेत का साया बताते हुए पूरी रात बलात्कार किया।

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में मुस्लिम समुदाय के 2 युवकों पर एक दलित वर्ग की शादीशुदा महिला से रेप का आरोप लगा है। आरोपितों में एक मौलाना भी शामिल है जिसका नाम नूर अहमद अज़हरी है। दूसरे आरोपित का नाम फिरदौस है। आरोपितों ने पीड़िता का अश्लील वीडियो बना कर ब्लैकमेल किया और जान से मार डालने की धमकी भी दी। शनिवार (7 सितंबर, 2024) को पुलिस ने केस दर्ज कर के आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है। ऑपइंडिया ने अपनी पिछली रिपोर्ट में नूर अहमद अज़हरी के काले कारनामों का जिक्र किया था। मौलाना नूर अहमद अज़हरी मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का पदाधिकारी है।

यह मामला पीलीभीत जिले के थाना क्षेत्र पूरनपुर का है। यहाँ शनिवार को जाटव समुदाय की एक महिला ने खुद को हिन्दू बताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में पीड़िता ने बताया कि वह बेहद गरीब परिवार से है। उनका पति दिल्ली में रह कर मजदूरी कर के परिवार पालता है। 8 महीने पहले महिला के जेठ के साथ एक युवक उनके घर आया था। वह युवक असल में फिरदौस था लेकिन उसने अपना परिचय हृदेश के तौर पर दिया था। हृदेश बना फिरदौस पीड़िता से फोन पर बातें करने लगा।

शिकायत में आगे बताया गया है कि कुछ दिनों की बातचीत में ‘हृदेश’ ने पीड़िता को अपने जाल में फँसा लिया। इसी के साथ उसने विश्वास में ले कर पीड़िता से कई बार रेप किया। कई बार बलात्कार की वजह से लगभग 4 महीने पहले पीड़िता की तबियत खराब हो गई। तब ‘हृदेश’ (फिरदौस) ने पीड़िता की बीमारी ठीक करवाने के बहाने उसे झाड़-फूँक करने वाले एक मौलाना से मिलवाया। यह मौलाना नूर अहमद अहजहरी था जो मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का उत्तर प्रदेश में पदाधिकारी है।

फिरदौस पीड़िता को अपने साथ पूरनपुर इलाके के खानका लाया। यहाँ मौलाना नूर अहमद अज़हरी ने पीड़िता पर भूत-प्रेत का साया बताते हुए पूरी रात बलात्कार किया। मौलाना द्वारा रेप के दौरान फिरदौस ने साजिशन पीड़िता की अश्लील वीडियो बना ली। इसी वीडियो को वायरल करने का डर दिखाते हुए फिरदौस ने पीड़िता से कई बार बलात्कार किया। शनिवार (7 सितंबर) को फिरदौस पीड़िता को फिर से पूरनपुर लाया। वह पीड़िता पर होटल में चलने का दबाव बनाने लगा।

जब पीड़िता ने इनकार कर दिया तो फिरदौस ने उसे जान से मार डालने की धमकी देते हुए पीटा। इसी दौरान उसने खुद को हृदेश नहीं बल्कि मुस्लिम बताया। पीड़िता जैसे-तैसे हृदेश के चंगुल से निकल कर पुलिस स्टेशन पहुँची। यहाँ उसने शिकायत दर्ज करवाते हुए नूर मोहम्मद अज़हरी और फिरदौस पर कड़ी कार्रवाई की माँग की। पुलिस ने इन दोनों आरोपितों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के साथ SC/ST एक्ट के तहत FIR दर्ज कर ली है।

ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। पुलिस द्वारा मामले की जाँच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। मौलाना पर कार्रवाई के लिए राष्ट्रीय बजरंग दल ने रविवार को प्रदर्शन भी किया था।

इसी हफ्ते थाना घेर कर काटा था हंगामा

बताते चलें कि मौलाना फिरदौस अज़हरी ने इसी सप्ताह पूरनपुर थाने पर भीड़ जुटा कर हंगामा किया था। यह हंगामा चंगेज खान नाम के एक युवक के समर्थन में किया गया था जिसका हिन्दू संगठन के सदस्यों से झगड़े का वीडियो वायरल हुआ था। चंगेज खान OBC वर्ग की एक हिन्दू महिला के घर में घुस कर यौन शोषण का आरोपित भी है। इसी चंगेज के समर्थन में भीड़ जुटाते हुए मौलाना नूर मोहम्मद अज़हरी ने हिन्दू संगठनों के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था। साथ ही उसने भविष्य में और बड़े हंगामे की धमकी भी दी थी। ‘भीम आर्मी’ ने भी तक इस हंगामे में मौलाना अज़हरी के सुर में सुर मिलाए थे।

OpIndia is hiring! click to know more
Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जब औरंगज़ेब ने जारी किया सभी मंदिरों को ध्वस्त करने का फरमान… काशी-मथुरा ही नहीं, पुरी से लेकर सोमनाथ तक को भी नहीं छोड़ा:...

कई बड़े मंदिरों और तीर्थस्थलों से इन मुग़लों को पैसे मिलते थे। यहाँ तक कि कुंभ जैसे आयोजनों से भी इन आक्रांता शासकों की बड़ी कमाई होती थी।

राष्ट्रपति की शक्तियों पर ‘सुप्रीम’ कैंची, राज्यपाल के बाद अब प्रेसिडेंट के लिए भी तय की डेडलाइन: कहा – ‘जेबी वीटो’ संविधान में नहीं

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि राष्ट्रपति को राज्यपाल द्वारा मंजूरी के लिए भेजे गए कानून पर 3 महीने के भीतर एक्शन लेना होगा।
- विज्ञापन -