दिल्ली में एक बार फिर इस्लामी आतंक की वीभत्स तस्वीरें देखने को मिली हैं। पिछले दिनों जहाँ राहुल राजपूत को मौत के घाट उतारा गया था, मंगलवार को वहीं से थोड़ी दूर दलित युवक सुशील की चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी गई।
पूरी घटना झुग्गी सराय पीपल थला की है। इस घटना में सुशील की मौत हुई है और उनके सबसे बड़े भाई सुनील बुरी तरह घायल होकर अस्पताल में भर्ती हैं, उनकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है। दूसरे भाई अनिल को भी चाकू मारा गया था व सुशिल की पत्नी वंदना की भी पति को बचाते हुए ऊँगली और कंधे पर चोट लगी है। मंगलवार को घटित घटना के बाद अब सुशील के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ने के लिए थारू जनजाति के लोग आदर्श नगर मेट्रो के गेट नंबर-4 पर जमे हुए हैं।
ऑपइंडिया भी इस पूरे मामले की तह तक पहुँचने के लिए प्रदर्शनस्थल पर पहुँचा। वहाँ हमारी बात सुशील के भाई अनिल, उनकी पत्नी व कई स्थानीय लोगों से हुई।
भजन के ऊपर शुरू हुआ विवाद
अनिल ने हमें बताया कि मंगलवार (अक्टूबर 27, 2020) को उनके समाज की एक बच्ची छोटे से स्पीकर में भजन चला रही थी, जिसे सुन दूसरे पक्ष के लोगों ने उसे वहाँ से भगाने का प्रयास किया। जब लड़की के पड़ोसी मामला सुलझाने गए तो वह सभी दूसरे पक्ष की नजरों में चढ़ गए और सब ने मिल कर झगड़ा करने का प्लॉन बनाया।
ऐसे में जब अनिल, सुनील इस बात को संभाल कर अपने घर लौटे तो सुशील की पत्नी शौच के लिए बाहर निकली, तभी दूसरे पक्ष ने उनके साथ बदसलूकी की।
इस पर सुशील के घरवाले उन लोगों के पास गए और समझाया कि यह सब नहीं करना चाहिए। बस इतनी बात चल ही रही थी कि अचानक वहाँ 7-8 लोग आ गए और चाकूओं से ताबड़तोड़ वार करना शुरू कर दिया। एक अन्य व्यक्ति ने हमें बताया कि ये चाकू बिलकुल वैसे ही थे जिनसे बकरे काटे जाते हैं।
अनिल कहते हैं कि उनकी एक भी बात नहीं सुनी गई। दूसरे पक्ष के सभी लोगों ने ताबड़तोड़ हमला किया। मुख्य आरोपित चाँद के पिता ने इस बीच कहा- मारो सालों को। अनिल बताते हैं कि उन पर व उनके भाई पर हमला करने के लिए दो लोगों ने उन्हें पकड़ा हुआ था, इसके बाद उन पर चाकू चलाए जा रहे थे। अनिल आरोपितों का नाम बताते हुए कहते हैं उन लोगों में चाँद, हसीन, अब्दुल सत्तार, अफाक, शहनवाज, शाजिद को मिला कर कुल 7-8 आदमी थे।
अनिल के मुताबिक वह लोग इस संबंध में केस दर्ज करवा चुके हैं लेकिन अभी तक पुलिस उनके घर पर नहीं आई है। कोई कार्रवाई नहीं हुई है। बस कहा जा रहा है कि आरोपित के माँ, पिता समेत चार लोगों को पकड़ा गया है।
सुशील के बड़े भाई के अनुसार, यह गिरफ्तारी वाली बात सिर्फ़ पुलिस की ओर से हो रही हैं, उन्हें नहीं पता है कि कौन लोग पकड़े गए हैं। बस उन्हें यह मालूम है कि मुख्य आरोपित फिलहाल फरार हैं।
अनिल ऑपइंडिया से बात करते हुए माँग करते हैं कि आरोपितों को फाँसी दी जाए। जिस तरह से उनका भाई गया है वैसे ही आरोपितों को सजा हो। कुछ अन्य लोग सुशील की पत्नी के लिए आर्थिक सहायता की भी माँग कर रहे हैं। वहीं अनिल का भी कहना है कि पुलिस की ओर से भी सुशील की पत्नी को आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया गया है।
सुशील की पत्नी ने कहा- फाँसी दो या आरोपितों को हमें दे दो
बता दें कि मृतक की शादी मात्र तीन साल पहले हुई थी। उनके घर पर उनकी व उनकी पत्नी की तस्वीरें बताती हैं कि दोनों का नया जीवन खुशहाल था। दोनों की एक सवा साल की बेटी भी है। लेकिन मंगलवार को हुए एक विवाद ने सब कुछ बदल कर रख दिया। कुछ कट्टरपंथियों के कारण अब सुशील दोबारा अपने परिवार के पास नहीं लौटेंगे।
अपने पति के लिए न्याय की गुहार लगा रही सुशील की पत्नी अपनी मासूम बेटी के साथ सड़क पर बैठ कर प्रदर्शन कर रही है। ऑपइंडिया से उस दिन विवाद का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि वह उस दिन घर से थोड़ी दूर पर बने शौचालय में शौच के लिए जा रही थी। उनके सिर पर पल्लू डला हुआ था। तभी चाँद, उसका भाई, उसका पिता और उसके दोस्त सब लोग वहाँ खड़े हुए थे। उन्हें नहीं पता था कि सब लोग क्यों खडे़ हुए हैं।
वह आगे बढ़ीं तो यह लोग उनकी ओर दौड़े, उनसे छेड़छाड़ करने लगे, उन्हें उठाने की कोशिश की गई। जब वह चिल्लाईं तो उनके दोनों जेठ (अनिल, सुनील) उन्हें बचाने आए। सबने पूछा कि आखिर क्यों हमारे घर की महिला को छेड़ रहे हो। इतने पर ही चाँद ने चाकू निकाल लिया। उसके दोस्त भी चाकू लेकर वहाँ कूद गए। सीधे उनके जेठों पर वार कर दिया गया। इतने पर सुशील की पत्नी भागकर घर पहुँची और अपने पति को सारी बात बताई।
सुशील उस समय पैर के दर्द में कराह रहे थे, मगर सारी बात सुन कर वह भी बीच-बचाव करने गए, तो चाँद, उसके भाई, अब्बू, चाचा और दोस्त ने उन पर हमला किया। वंदना पाँव पकड़-पकड़ कर अपनी पति की जान की भीख माँगती रहीं, लेकिन चाँद के सिर पर खून सवार था। उसे और उसके घरवालों को कुछ नहीं दिखा। उन सबने ताबड़तोड़ वार किया जिससे सुशील ने वहीं दम तोड़ दिया।
सुशील की पत्नी रो-रो कर अपने पति के लिए इंसाफ माँग रही हैं। उनकी उंगली भी इस घटना में कट गई है। वह कहती हैं कि मुख्य आरोपित चाँद हैं और वही फरार चल रहा है। उसे पकड़ा जाए, उसे फाँसी हो। पीड़ित महिला प्रशासन से कहती है- “आपके बस की न हो तो आप हमें दे दो, हम मारेंगे उसे, उसने हमारे पति को तड़पा तड़पा कर मारा है।”
सोशल मीडिया पर उठ रही इंसाफ की माँग
भाजपा नेता तजिंदर पाल बग्गा ने इस मुद्दे पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, “आदर्श नगर जहाँ राहुल की हत्या हुई थी उसी स्थान से 100 मीटर दूरी पर कल 3 हिन्दू भाइयो को इस्लामिक जिहादियों द्वारा चाकू से गोदा गया जिनमें से सुशील की मौके पर मौत हो गई और गम्भीर रूप से घायल है। दो आरोपित और साथी अभी भी फरार है।”
आदर्श नगर जहाँ राहुल की हत्या हुई थी उसी स्थान से 100 मीटर दूरी पर कल 3 हिन्दू भाइयो को इस्लामिक जिहादियों द्वारा चाकू से गोदा गया जिनमे से सुशील की मौके पर मौत हो गई और 2 गम्भीर रूप से घायल है। दो आरोपी वसीम और साथी अभी भी फरार है @DelhiPolice
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) October 28, 2020
भाजपा दिल्ली के ट्विटर अकॉउंट से भी इस मसले पर ट्वीट किया गया है। प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने प्रदर्शनस्थल पर पहुँचकर मृतक के परिजनों से मुलाकात की है। भाजपा का कहना है कि मुख्यमंत्री तो हमेशा की तरह परिवार वालों से नहीं मिलेंगे क्योंकि आरोपित उनका वोट बैंक है।
प्रदेश अध्यक्ष श्री @adeshguptabjp ने आज आदर्श नगर में दलित युवक सुशील के घर जा कर उनके परिजनों से मुलाक़ात की जिनकी भजन चलाने पर हत्या कर दी गई और उनके भाई सुनील और अनिल को घायल कर दिया गया। CM साहब हमेशा की तरह यहाँ नहीं जाएँगे क्यूँकि आरोपी उनके लिए वोट बैंक हैं। pic.twitter.com/4fjdJl7k4T
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) October 29, 2020