महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। देश में महाराष्ट्र कोरोना संक्रमितों के लिहाज से सबसे आगे खड़ा है। यहाँ अन्य राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा मरीज है। ऐसे में राज्य में कोरोना के मरीजों के साथ लापरवाही की बातें सामने आ रही हैं। इसी बीच महाराष्ट्र के भाजपा विधायक ने एक और वीडियो ट्वीट किया है। जिसमें भी कोरोना मरीजों के साथ लापरवाही बरती गई है।
In a video tweeted by BJP MLA Nitesh Rane, body bags seen lying next to patients in a ward in Mumbai’s KEM hospital. No comment yet from KEM hospital on the body bags or unsanitary conditions of the ward.#Maharashtra pic.twitter.com/ueqtmW0kuD
— ANI (@ANI) May 11, 2020
महाराष्ट्र भाजपा विधायक नीतेश राणे ने ट्वीट किया है कि मुंबई के केईएम अस्पताल में कोरोना मरीजों को कोरोना पॉजिटिव शवों के साथ लिटाया जा रहा है। जिस वार्ड में मरीजों का इलाज चल रहा है वहीं बगल में कोरोना पॉजिटिव शव भी रखे गए हैं। अस्पताल में मरीजों के पास बॉडी बैग्स रखे हुए दिखाई दे रहे हैं।
राणे ने ट्वीट में बीएमसी को टैग करते हुए लिखा है, “आज सुबह 7 बजे केईएम अस्पताल! मुझे लगता है बीएमसी चाहता है कि उपचार के दौरान हमें अपने आस-पास शवों को देखने की आदत हो जाए, क्योंकि वो इसमें सुधार नहीं करना चाहते हैं! स्वास्थ्य कर्मी भी बुरा महसूस करें जो ऐसी परिस्थितियों में काम कर रहे हैं। क्या कोई उम्मीद है?”
KEM hospital today at 7 am !
— nitesh rane (@NiteshNRane) May 11, 2020
I think the @mybmc wants us to get used to seeing dead bodies around us while taking treatment bcz they just don’t want to improve!
Feel bad for the health workers too who hv to work in such conditions!!
Is there any hope ? pic.twitter.com/E1VsmAveou
इस पूरी घटना पर अभी तक अस्पताल प्रशासन की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। हालाँकि, इस पर शिवसेना नेता अनिल देसाई ने सफाई दी है।
Maximum care is being taken. If any such video (KEM Hospital) is viral on social media then it might have happened at that very moment but corrective measures would have been taken immediately. All officials are working efficiently. No need to defame anyone: Anil Desai, Shiv Sena pic.twitter.com/CNfYECHP7L
— ANI (@ANI) May 11, 2020
उन्होंने कहा कि मरीजों की काफी अच्छी तरह से देखभाल की जा रही है। अगर इस तरह का कोई भी वीडियो (केईएम अस्पताल) सोशल मीडिया पर वायरल होता है, तो यह उसी क्षण हुआ होगा लेकिन सुधारात्मक उपाय तुरंत किए गए होंगे। सभी अधिकारी कुशलता से काम कर रहे हैं। किसी को बदनाम करने की जरूरत नहीं है।
गौरतलब है कि ये पहली बार नहीं है, जब मुंबई में इस तरह की लापरवाही सामने आई है। इससे पहले भी मुंबई के सायन अस्पताल में कोरोना के मरीजों के मामले में एक बड़ी लापरवाही सामने आई थी। यहाँ के इमरजेंसी वॉर्ड में मरीजों के पास संक्रमण में मारे गए लोगों के शव भी रखे जा रहे थे।
In Sion hospital..patients r sleeping next to dead bodies!!!
— nitesh rane (@NiteshNRane) May 6, 2020
This is the extreme..what kind of administration is this!
Very very shameful!! @mybmc pic.twitter.com/NZmuiUMfSW
मरीज और उनके परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन से शिकायत भी की, लेकिन इस मामले ने तब तूल पकड़ा था, जब वीडियो वायरल हो गया। नीतेश राणे ने भी वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा था, “सायन अस्पताल में शवों के बीच मरीज भी सो रहे हैं। यह शर्मनाक है।”
Since last night Sion hospital was denying n saying the video was fake!
— nitesh rane (@NiteshNRane) May 7, 2020
N now they come up with some shocking explanations!
There is no trust left on the BMC administration n health dept!
The MC shud resign if he can’t handle the situation n stop playing with lives!
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इस पर कहा था कि मृतकों के परिजन 30 मिनट के भीतर बॉडी ले जाते हैं। लेकिन, कई बार वे हिचकिचाते हैं। इसके बाद शव मॉर्चुरी में भेज दिया जाता है। सभी प्रोसीजर पूरे करने में वक्त लगता है।
वायरल वीडियो में दिख रहा था कि अस्पताल के वॉर्ड में कई मरीज बेड पर लेटे हैं। मरीजों के बीच में काले प्लास्टिक के बैगों में कोरोना से जान गँवाने वाले लोगों के शव भी बेड पर रखे हैं। कुछ शवों को कपड़ों से तो कुछ को कंबल से ढका गया था। पिछले दिनों इसी अस्पताल से एक कोरोना पॉजिटिव ने भागने की कोशिश की थी।