Saturday, July 27, 2024
Homeदेश-समाजअशोका यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर ने भगवान राम का उड़ाया मजाक, राष्ट्रपति को कर...

अशोका यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर ने भगवान राम का उड़ाया मजाक, राष्ट्रपति को कर रहा था ट्रोल

वामपंथ परस्तों और लिब्राट गैंग के लोगों की हमेशा से यही रणनीति रही है। राजनीतिक समालोचना की आड़ लेकर हिन्दू देवी-देवताओं को निशाना बनाना या उन पर दोयम दर्जे का कटाक्ष करना।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर राष्ट्रपति भवन में उनके पोर्ट्रेट (portrait) का अनावरण किया था। इसके बाद गिरोह विशेष के ‘पत्रकारों’ और नेताओं ने ने झूठा दावा किया कि पोर्ट्रेट बंगाली अभिनेता प्रसनजीत चटर्जी का है। दरअसल चटर्जी ने ‘गुमनामी’ फिल्म में नेताजी का किरदार निभाया था। 

ऐसा ही दावा अशोका यूनिवर्सिटी के सहायक प्राध्यापक (असिस्टेंट प्रोफेसर) नीलांजन सरकार ने किया। कई लोगों ने इस फ़ेक न्यूज़ की मदद से मोदी सरकार पर कीचड़ उछालने का प्रयास किया था, लेकिन नीलांजन ने भाजपा सरकार की आलोचना करने की आड़ में भगवान श्रीराम का उपहास किया। वह अशोका यूनिवर्सिटी में राजनीतिक विज्ञान (पॉलिटिकल साइंस) के असिसटेंट प्रोफेसर पद पर कार्यरत है। उसने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया है। 

उसने अपने ट्वीट में लिखा था, “वाकई शानदार! यह नेताजी सुभाष चंद्र बोस नहीं हैं, ये मशहूर बंगाली अभिनेता प्रसनजीत चटर्जी की तस्वीर है, जिन्होंने एक फिल्म में नेताजी की भूमिका निभाई थी।” 

जब ट्वीट में किया गया उसका दावा झूठा साबित हो गया तब उसने हिन्दू आस्था पर तंज करना शुरू कर दिया। ट्वीट के अगले हिस्से में उसने लिखा, “और ये सब नेताजी के कार्यक्रम में ‘जय श्रीराम चिल्लाने के बाद। आज़ादी के बाद के दौर के राजनीतिक नेताओं का दिवालियापन।” 

प्रोफेसर के ट्वीट का स्क्रीनशॉट (साभार: Befittingfacts)

वामपंथ परस्तों और लिब्राट गैंग के लोगों की हमेशा से यही रणनीति रही है। राजनीतिक समालोचना की आड़ लेकर हिन्दू देवी-देवताओं को निशाना बनाना या उन पर दोयम दर्जे का कटाक्ष करना। सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च के मुताबिक़ नीलांजन सरकार उस संस्थान में ही सीनियर विजिटिंग फेलो भी है। वेबसाइट में लिखा है, “मिस्टर सरकार का सबसे नया काम भारत के प्रदेश चुनावों पर केंद्रित था, जिसे डाटा वर्क (data work) और नृवंशविज्ञान (ethnographic) के आधार पर तैयार किया गया था। वह उन सिद्धांतों को समझना चाहते हैं जिनसे भारतीय मतदाताओं के निर्णय लेने की प्रक्रिया प्रभावित होती है, जो कि विकासशील देशों में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर प्रकाश डाल सकता है।” 

नेताजी पोर्ट्रेट विवाद 

नीलांजन सरकार का ट्ववीट कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में हुए उस इवेंट से संबंधित था, जिसमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती मनाई गई थी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंच छोड़ कर जाने लगी थीं और उन्होंने जनता को संबोधित करने से भी मना कर दिया था। इसकी वजह यह थी कि उनके बोलने से पहले ‘जय श्रीराम और भारत माता की जय’ के नारे लगाए गए थे। जय श्रीराम के नारे से गुस्सा होकर ममता बनर्जी ने कहा कि इस ‘अपमान’ की वजह से वह कुछ भी नहीं बोलेंगी। 

हटाया था निधि राजदान को हार्वर्ड प्रोफेसर बताने वाला लिंक 

हाल ही में अशोका यूनिवर्सिटी ने बताया था कि वह अपने सारे ट्वीट और पोस्ट हटाएगी जिसमें निधि राजदान का परिचय बतौर हार्वर्ड प्रोफेसर किया गया है। इसके पहले निधि राजदान ने दावा किया था कि उन पर फिशिंग अटैक (phishing attack) हुआ है और उन्हें हार्वर्ड से इस तरह का कोई ऑफर नहीं आया था।           

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘तुम कोटा के हो ब#$द… कोटा में रहना है या नहीं तुम्हें?’: राजस्थान विधानसभा में कॉन्ग्रेस विधायक ने सभापति और अधिकारियों को दी गाली,...

राजस्थान कॉन्ग्रेस के नेता शांति धारीवाल ने विधानसभा में गालियों की बौछार कर दी। इतना ही नहीं, उन्होंने सदन में सभापति को भी धमकी दे दी।

अग्निवीरों को पुलिस एवं अन्य सेवाओं की भर्ती में देंगे आरक्षण: CM योगी ने की घोषणा, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ सरकारों ने भी रिजर्वेशन...

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी और एमपी एवं छत्तीसगढ़ की सरकार ने अग्निवीरों को राज्य पुलिस भर्ती में आरक्षण देने की घोषणा की है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -