Sunday, November 3, 2024
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1 घंटे में FIR रद्द करो वरना… खालिस्तानी समर्थकों का हथियार सहित थाने पर हमला: अमित शाह को इंदिरा गाँधी वाला हश्र की दी थी धमकी

वारिस पंजाब दे संगठन दीप सिद्धू ने ही बनाया था। सिद्धू की मौत के बाद संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह बन चुका है। उसने ये भी कहा था कि शिरोमणी गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) सिखों के हित में काम नहीं कर रही है। अमृतपाल खालिस्तान समर्थक है और उसने कहा था कि यदि हिंदूराष्ट्र से सरकार को दिक्कत नहीं है तो खालिस्तान की बात करने से भी सरकार को दिक्कत नहीं होनी चाहिए।

पंजाब में हथियारों से लैश खालिस्तान समर्थकों (Khalistan Supporter) ने गुुरुवार (23 फरवरी 2023) को अमृतसर स्थित अजनाला थाने पर हमला कर दिया। हजारों की संख्या में जुटे निहंग सिख तलवार और बंदूक आदि हथियारों के साथ थाने की तरफ बढ़े। इस दौरान उन्होंने पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़ दी और थाने में दाखिल हो गए। खालिस्तान समर्थक ‘वारिस पंजाब दे’ के चीफ अमृतपाल सिंह के खिलाफ FIR और उसके करीबी लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं।

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक अमृतपाल ने अपने समर्थकों से अजनाला पहुँचने की अपील की थी। जानकारी के मुताबिक, अमृतपाल यहाँ गिरफ्तारी देने के लिए आने वाला था। इस दौरान हजारों की संख्या में पहुँचे अमृतपाल के समर्थकों ने भारी हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करते हुए बैरिकेडिंग तोड़ दी और थाने पर कब्जा कर लिया। बताया जा रहा है कि कुछ पुलिस वालों को बंधक भी बना लिया गया है।

अजनाला थाने पर बवाल करने के बाद अमृतपाल भी थाने पहुँच गया। अमृतपाल सिंह ने एसएसपी से मुलाकात के बाद इस बवाल को शक्ति प्रदर्शन बताया और कहा कि उसके और उसके समर्थकों के खिलाफ राजनीतिक मकसद से FIR दर्ज की गई है। उसने कहा कि यदि एक घंटे में एफआईआर रद्द नहीं किया गया तो आगे जो कुछ भी होगा उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। अमृतपाल ने कहा कि जिन्हें लगता है कि उसके समर्थक कुछ नहीं कर सकते, इसलिए ये शक्ति प्रदर्शन जरूरी था।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमृतपाल सिंह की बात मानते हुए पंजाब पुलिस लवप्रीत सिंह तूफान को छोड़ने के लिए राजी हो गई है। पुलिस ने कहा कि इसके लिए पूरा प्रोसीजर फॉलो करना होगा। अमृतसर पुलिस कमिश्नर जसकरण सिंह से अमृतपाल ने कहा है कि अगर पुलिस जब तक लिखित आश्वासन नहीं देती है, तब तक वह पीछे नहीं हटेगा। 

क्यों हुई लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी

पिछले दिनों अमृतपाल सिंह के खिलाफ सोशल मीडिया पर वरिंदर सिंह नाम के एक नौजवान ने सिखों को भटकाने का आरोप लगाया था। इस बात से नाराज अमृतपाल सिंह और उसके साथियों ने वरिंदर को अगवा कर उसके साथ मारपीट की थी। वरिंदर की शिकायत पर पुलिस ने अमृतपाल और लवप्रीत समेत 30 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।

इसी केस में पुलिस ने तूफान सिंह (लवप्रीत) को गिरफ्तार किया था। लवप्रीत की गिरफ्तारी से अमृतपाल भड़क गया और उसने गुरुवार (23 फरवरी) को अमृतसर में अजनाला पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तारी देने का ऐलान किया। उसने अपने समर्थकों से थाने पर पहुँचने का भी आह्वान किया था।

गृहमंत्री को दी थी जान से मारने की धमकी

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने कुछ दिन पहले ही गृहमंत्री अमित शाह का हश्र पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी जैसा करने की धमकी दी थी। अमृतपाल 19 फरवरी 2023 को मोगा जिले के बुधसिंह वाला गाँव में पहुँचा हुआ था। पंजाबी सिंगर दीप सिद्धू की बरसी के मौके पर उसने कहा था कि इंदिरा ने भी सिखों को दबाने की कोशिश की थी, क्या हश्र हुआ? अब अमित शाह अपनी इच्छा पूरी करके देख लें।

हालाँकि बाद में अमृतपाल अपनी बात से पलट गया था। बता दें कि वारिस पंजाब दे संगठन दीप सिद्धू ने ही बनाया था। सिद्धू की मौत के बाद संगठन का प्रमुख अमृतपाल सिंह बन चुका है। उसने ये भी कहा था कि शिरोमणी गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) सिखों के हित में काम नहीं कर रही है। अमृतपाल खालिस्तान समर्थक है और उसने कहा था कि यदि हिंदूराष्ट्र से सरकार को दिक्कत नहीं है तो खालिस्तान की बात करने से भी सरकार को दिक्कत नहीं होनी चाहिए।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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