राजस्थान के अलवर में कॉलेज में पढ़ने वाली दो बहनों का इस्लाम में धर्मांतरण करने का दबाव डालने का मामला प्रकाश में आया है। ये दबाव उनके साथ किराए के मकान में रहने वाली काजल उर्फ बबीता जाटव और सकीना मेव नाम की दो लड़कियाँ बना रही थीं। ये लड़कियाँ दोनों बहनों को वसीम नाम के लड़के से दोस्ती करने का भी दबाव डाल रही थीं। उनका कहना था कि इसके लिए पैसे मिलेंगे।
काजल और सकीना के दबाव से तंग आकर दोनों बहनों ने 27 फरवरी 2024 को अलवर के कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद मामला दर्ज करके पुलिस ने तीनों आरोपितों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में ये भी पता करने की कोशिश की जा रही है कि इसमें कोई धर्मांतरण गैंग शामिल है या नहीं।
पीड़ित युवतियों का ये भी कहना है कि उनकी दोनों सहेलियाँ वसीम नाम के मुस्लिम युवक से दोस्ती करने और उसके साथ कॉलेज आने-जाने और दूसरे जगहों पर घूमने-फिरने जाने का दबाव बनाती हैं। उनका कहना है कि उन पर धर्म परिवर्तन करके मुस्लिम लड़कों से निकाह करने का भी वे दबाव बनाती थीं। इतना ही नहीं, उनकी बात नहीं मानने पर ये लड़कियाँ उन्हें जान से मारने की धमकी भी देती थीं।
वहीं, वसीम उनका पीछा भी करता था। वसीम और कुछ मुस्लिम लड़के उन्हें फोन करते थे और दोस्ती करने का दबाव बनाते थे। रिपोर्ट में बहनों ने बताया कि दूसरे समुदाय की ये लड़कियाँ कहती थीं कि वे मुस्लिम समुदाय के लड़कों से दोस्ती करती हैं तो वे उन्हें पैसे भी देंगे। बहनों का कहना है कि रास्ते में आते-जाते ये लड़कियाँ कुछ लड़कों को उनके पीछे लगा देती हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि 27 तारीख को दो लड़कियाँ थाना कोतवाली आईं। उन्होंने पुलिस को बताया कि वे कॉलेज में पढ़ती है और किराए पर कमरा लेकर अलवर शहर में रहती है। उनकी दो रूममेट्स उन पर दबाव बनाती है कि वसीम नामक के लड़के के साथ दोस्ती करो, उसके साथ बाहर घूमने जाओ और शादी करके धर्म परिवर्तन कर लो।
एसपी ने बताया कि घटना की गंभीरता देखते हुए मामले की जाँच CO सिटी नारायण सिंह को सौंपी गई है। उन्होंने दोनों पीड़ित बहनों की बयान लिए और उनकी काउंसिलिंग कराई। उन्होंने कहा कि अब ये मालूम करने का प्रयास किया जा रहा है कि मामले में और कोई तो शामिल नहीं है। यदि ऐसा पाया जाता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।