पंजाब के जालंधर में बीजेपी नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोरंजन कालिया के घर पर हुए ग्रेनेड हमले के मामले में सैदुल अमीन नाम के इस्लामी कट्टरपंथी को गिरफ्तार किया गया है। केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों और पंजाब पुलिस ने सैदुल अमीन को दिल्ली से गिरफ्तार किया।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब पुलिस ने केंद्रीय जाँच एजेंसियों और दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर एक जटिल और तेज ऑपरेशन चलाया, जिसके बाद सैदुल अमीन को दिल्ली के जसोला इलाके से गिरफ्तार किया गया।
पंजाब पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने इस कामयाबी की जानकारी देते हुए अपने आधिकारिक बयान में कहा, “जालंधर ग्रेनेड हमले के मामले में बड़ी सफलता हासिल हुई है। जालंधर कमिश्नरेट पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों और दिल्ली पुलिस के सहयोग से उत्तर प्रदेश के अमरोहा निवासी सैदुल अमीन को दिल्ली से सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया है। सैदुल अमीन बीजेपी नेता मनोरंजन कालिया के आवास पर 7-8 अप्रैल 2025 की मध्यरात्रि को हुए ग्रेनेड हमले का मुख्य आरोपित है।”
उन्होंने आगे बताया, “इस हमले के महज 12 घंटों के भीतर दो स्थानीय सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया था, जिन्होंने मुख्य आरोपित की मदद की थी। इस हमले से जुड़े हैंडलर्स, वित्तीय समर्थकों और संभावित विदेशी कनेक्शनों का पता लगाने के लिए जाँच तेजी से आगे बढ़ रही है। पंजाब पुलिस संगठित अपराध को खत्म करने और पूरे राज्य में शांति व सद्भाव सुनिश्चित करने की अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ है।”
In a major breakthrough in #Jalandhar Grenade Attack Case, Jalandhar Commissionerate Police, with support from Central Agencies & @DelhiPolice, have successfully arrested Saidul Ameen (resident of #Amroha, #UttarPradesh) from #Delhi.
— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) April 12, 2025
Saidul Ameen is the prime accused…
जानकारी के मुताबिक, इस गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई राज्यों में छापेमारी की थी। हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में टीमें भेजी गईं। जालंधर पुलिस कमिश्नर धनप्रीत कौर ने बताया कि यह ऑपरेशन बेहद गोपनीय और सटीक था। सैदुल अमीन को पकड़ने के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी सबूतों और खुफिया जानकारी का सहारा लिया। इससे पहले, पुलिस ने इस मामले में दो अन्य आरोपितों सतीश कुमार उर्फ काका और हैरी को गिरफ्तार किया था। दोनों को जालंधर की एक अदालत ने छह दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया था। इन दोनों ने सैदुल को हमले में लॉजिस्टिक मदद दी थी, जैसे कि ई-रिक्शा और अन्य संसाधन देना।
अमरोहा का रहने वाला है सैदुल अमीन
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैदुल अमीन 19 साल का युवक है और उत्तर प्रदेश के अमरोहा का रहने वाला है। वह पेशे से वेल्डर है। पुलिस के मुताबिक, सैदुल का व्यवहार रेडिकलाइज्ड है, यानी वह कट्टर विचारों से प्रभावित हो सकता है। उसका आतंकवादी गतिविधियों से कनेक्शन होने की आशंका है, जिसकी जाँच चल रही है। सैदुल ने खुद मनोरंजन कालिया के घर पर ग्रेनेड फेंका था।
पुलिस को पता चला कि वह करीब चार महीने पहले सोशल मीडिया खासकर इंस्टाग्राम के जरिए इस हमले के मास्टरमाइंड्स से जुड़ा था। उसे पहले पैसे का लालच दिया गया। फिर उसे ग्रेनेड फेंकने का काम सौंपा गया। सैदुल को ग्रेनेड पंजाब में ही उपलब्ध कराया गया था। उसने हमले से पहले दो-तीन दिन पंजाब में रुककर साजिश को अंजाम दिया और फिर अमरोहा लौट गया। पुलिस ने बताया कि सैदुल ने हमले के बाद अपने कपड़े बदले और जालंधर रेलवे स्टेशन पर करीब दो घंटे तक घूमता रहा, ताकि किसी को शक न हो। उसने एक चोरी का फोन भी इस्तेमाल किया था।
बता दें कि मनोरंजन कालिया के आवास पर यह हमला 7-8 अप्रैल 2025 की आधी रात को हुआ था, जब जालंधर के सेंट्रल टाउन इलाके में स्थित उनके घर पर ग्रेनेड फेंका गया। इस हमले में उनके घर की खिड़कियां टूट गईं, एक एल्यूमिनियम का दरवाजा क्षतिग्रस्त हो गया और बाहर खड़ी उनकी एसयूवी और मोटरबाइक को भी नुकसान पहुँचा। मनोरंजन कालिया ने बताया कि पहले उन्हें लगा कि यह बिजली के ट्रांसफॉर्मर में धमाका है। लेकिन जब बाहर धूल और धुआँ दिखा, तो उन्हें असलियत पता चली। उन्होंने तुरंत अपने गनमैन को पुलिस स्टेशन भेजा, जो उनके घर से महज 300 मीटर दूर था।
पुलिस ने घटनास्थल से एक ई-रिक्शा बरामद किया, जिसका इस्तेमाल हमले में किया गया था। सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि दो लोग ई-रिक्शा में आए थे। एक शख्स बैग लिए सामने की सीट पर बैठा था। रिक्शा कालिया के घर के पास से गुजरा, फिर वापस आया। इसके बाद एक व्यक्ति उतरा और ग्रेनेड फेंककर भाग गया। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अर्पित शुक्ला ने बताया कि यह हमला पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और लॉरेंस बिश्नोई गैंग की साजिश थी। इसका मकसद पंजाब में सांप्रदायिक तनाव फैलाना था।
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड से भी कनेक्शन
पंजाब पुलिस की गिरफ्त में आए सैदुल अमीन का कनेक्शन बाबा सिद्दीकी हत्याकांड से भी सामने आया है। दरअसल, बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपित जीशान अख्तर, जो इस हमले का मास्टरमाइंड भी है, वो फिलहाल यूरोप में छिपा हुआ है। जीशान अख्तर ने ही इंस्टाग्राम के जरिए सैदुल को ग्रेनेड फेंकने की ट्रेनिंग दी थी। उसने वीडियो भेजकर सैदुल को तैयार किया और पंजाब में उसे 50 हजार रुपये भी दिलवाए। जीशान अख्तर बाबा सिद्दीकी की हत्या में हथियार मुहैया कराने का भी आरोपित है। वह पहले अजरबैजान में छिपा था। पुलिस के मुताबिक, जीशान और सैदुल के बीच सोशल मीडिया पर लंबे समय से बातचीत चल रही थी।
सैदुल की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस इस साजिश के हर पहलू को खंगाल रही है। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि पंजाब पुलिस का लक्ष्य संगठित अपराध को जड़ से खत्म करना है। इसके लिए केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। जालंधर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।