Wednesday, July 16, 2025
Homeदेश-समाजसलमान खान ड्रग्‍स लेता है, शाहरुख का बेटा ड्रग्‍स के कारण जेल गया... एक्ट्रेस...

सलमान खान ड्रग्‍स लेता है, शाहरुख का बेटा ड्रग्‍स के कारण जेल गया… एक्ट्रेस लोग का तो भगवान ही मालिक: बाबा रामदेव

“जिन्‍ना दारू पीता था, मर गया, अच्‍छा हुआ... इस्लाम में अगर लोगों ने दारू छोड़ दी तो बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, गुटखा और यहाँ तक की ड्रग्स लेने लग गए।"

बॉलीवुड अक्‍सर ड्रग्‍स को लेकर विवादों में रहता है। सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद से बॉलीवुड का ड्रग्‍स कनेक्‍शन आम जनता के सामने आया और सितारों को लेकर लोगों का मोहभंग होना शुरू हुआ। योग गुरु बाबा रामदेव भी बॉलीवुड में ड्रग्‍स के इस्‍तेमाल का लगातार विरोध करते रहे हैं। इस बार उन्‍होंने ड्रग्‍स को लेकर तीनों खानों (सलमान, शाहरुख, आमिर) पर निशाना साधा है।

योग गुरु बाबा रामदेव शनिवार (15 अक्टूबर 2022) को मुरादाबाद में आर्यसमाज के एक कार्यक्रम आर्यवीर और वीरांगना सम्‍मेलन में हिस्‍सा लेने पहुँचे थे। रिपोर्ट के मुताबिक, स्‍वामी रामदेव ने सम्‍मेलन में कहा, “शाहरूख खान का बेटा ड्रग्स लेने के आरोप में पकड़ा गया और जेल भी गया। सलमान भी ड्रग्स लेता है। आमिर ड्रग्स लेता है या नहीं, यह पता नहीं। पूरा बॉलीवुड आज ड्रग्स की चपेट में है। एक्ट्रेसेस का तो भगवान ही मालिक है।”

स्‍वामी रामदेव ने मंच से देश को नशामुक्‍त बनाने के लिए लोगों को जागरूक करने का आहवान किया। योगगुरु ने लोगों से आर्य समाज के मूल्‍यों को अपनाने के लिए भी कहा। स्‍वामी रामदेव ने केवल बॉलीवुड (ramdev target salman for drugs) पर ही निशाना नहीं साधा बल्कि पाकिस्‍तान के जनक मोहम्‍मद अली जिन्‍ना को भी नशा करने के लिए आड़े हाथों लिया ।

बाबा रामदेव ने जिन्‍ना पर कहा, “जिन्‍ना दारू पीता था, मर गया, अच्‍छा हुआ।”

योग गुरु ने इस्‍लाम में नशे को लेकर फैली कुरीति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस्लाम में दारू पीने वाले को नापाक कहते हैं फिर हम तो ऋषियों के वंशज हैं। हमें सिगरेट-दारू हर बुरी आदत से परहेज करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस्लाम में अगर लोगों ने दारू छोड़ दी तो बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, गुटखा और यहाँ तक की ड्रग्स लेने लग गए। आज एकमात्र कोई पवित्र समाज है, तो वो आर्यसमाज है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

टैगोर, मुजीबुर और अब सत्यजीत रे… इस्लामी कट्टरपंथियों ने मकान से निकाली दुश्मनी: अपनी ही सांस्कृतिक विरासत को बर्बाद करने में जुटी यूनुस सरकार

ये सब उस समय हो रहा है जब बांग्लादेश को एक स्थिर नेतृत्व की आवश्यकता है। यूनुस सरकार का यह रवैया सांस्कृतिक और ऐतिहासिक न्याय के खिलाफ है।

बिहार में बांग्लादेशी साज़िश, लीक हुई ‘टूलकिट’: ‘बैक साइड’ में चोटिल पप्पू यादव और रवीश कुमार ने किया चुनाव के बहिष्कार का ऐलान

नब्बे के दशक में भी देश में तीन-तीन बार SIR किया जा चुका है, फिर हंगामा सिर्फ़ अभी क्यों? 1957 और 1961 में जब SIR हुआ था, तब जवाहरलाल नेहरू प्रधानमंत्री थे।
- विज्ञापन -