Saturday, April 20, 2024
Homeदेश-समाजमुझे मारना चाहते हैं... अतीक अहमद को लेकर साबरमती जेल से निकली यूपी पुलिस,...

मुझे मारना चाहते हैं… अतीक अहमद को लेकर साबरमती जेल से निकली यूपी पुलिस, काफिले के पीछे आने से मीडिया को रोका गया: 1300 Km का है रास्ता

उत्तर प्रदेश एटीएस और यूपी पुलिस की एक टीम अतीक अहमद को प्रयागराज शिफ्ट करने के लिए रविवार (26 मार्च, 2023) की सुबह अहमदाबाद के साबरमती जेल पहुँची थी।

उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य आरोपित अतीक अहमद (Atique Ahmed) को अहमदाबाद के साबरमती जेल से प्रयागराज लाया जा रहा है। यूपी एटीएस उसे लेकर साबरमती जेल से निकल चुकी है। जेल से बाहर आने के बाद अतीक ने मीडिया के सामने अपनी हत्या की आशंका जताई है। वहीं, पुलिस ने अतीक अहमद को लेकर निकले काफिले को मीडिया पीछा करते हुए कवर करना चाहती थी। लेकिन, इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक दिया।

उत्तर प्रदेश एटीएस और यूपी पुलिस की एक टीम अतीक अहमद को प्रयागराज शिफ्ट करने के लिए रविवार (26 मार्च, 2023) की सुबह अहमदाबाद के साबरमती जेल पहुँची थी। प्रयागराज शिफ्ट करने से पहले उसका मेडिकल चेकअप कराया गया। इसके बाद जरूरी कार्रवाई के बाद अब ट्रांसफर वॉरंट पर उसे प्रयागराज ले जाया जा रहा है।

यूपी एटीएस रविवार (26 मार्च, 2023) की शाम 5 बजकर 44 मिनट पर अतीक अहमद को लेकर जेल से बाहर आई थी। इसके बाद उसे वैन में बैठाकर प्रयागराज के लिए रवाना हो गई। इससे पहले उसने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि ये लोग कोर्ट के कंधे पर बंदूक रखकर उसे मारना चाहते हैं। प्रयागराज लाने के यूपी पुलिस को करीब 1300 किलोमीटर का रास्ता तय करना पड़ेगा। इसमें 30-35 घण्टे का समय लग सकता है। चूँकि, अतीक को सड़क मार्ग से लाया जा रहा है। ऐसे में, प्रदेश की सीमा तक गुजरात पुलिस भी इस काफिले के साथ रहेगी।

यूपी पुलिस मंगलवार (28 मार्च, 2023) को अतीक अहमद को प्रयागराज के एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश करेगी। अतीक के भाई अशरफ अहमद की भी कोर्ट में पेशी होनी है। वह फिलहाल बरेली जेल में बंद है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही उसे भी प्रयागराज जेल में लाया जा सकता है। अतीक अहमद के प्रयागराज जेल में हो रहे ट्रांसफर को लेकर गाड़ी पलटने की भी चर्चाएँ जोरों पर हैं।

क्यों लाया जा रहा है प्रयागराज

दरअसल, उमेश पाल बसपा विधायक रहे राजू पाल की हत्या के मुख्य गवाह थे। राजू पाल की हत्या के एक साल बाद 28 फरवरी, 2006 को अतीक अहमद ने उमेश पाल का अपहरण कर लिया था। आरोप है कि अतीक और उसके भाई अशरफ ने राजू पाल की हत्या मामले में उमेश पाल को धमकाया और इसके बाद डरा कर कोर्ट में उनकी गवाही दर्ज करा ली। यह सब जब हो रहा था तब यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार थी। दवाब के चलते पुलिस ने उमेश पाल की शिकायत पर मुकदमा नहीं लिखा।

हालाँकि इसके बाद प्रदेश में सरकार बदलने पर मुकदमा दर्ज हुआ। इस मामले में कोर्ट की सुनवाई पूरी हो चुकी है। अब 28 मार्च 2023 को कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी। यही नहीं, उमेश पाल हत्याकांड में भी अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ आरोपित है। ऐसे में यूपी पुलिस दोनों से इस मामले में भी पूछताछ करेगी।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘PM मोदी की गारंटी पर देश को भरोसा, संविधान में बदलाव का कोई इरादा नहीं’: गृह मंत्री अमित शाह ने कहा- ‘सेक्युलर’ शब्द हटाने...

अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने जीएसटी लागू की, 370 खत्म की, राममंदिर का उद्घाटन हुआ, ट्रिपल तलाक खत्म हुआ, वन रैंक वन पेंशन लागू की।

लोकसभा चुनाव 2024: पहले चरण में 60+ प्रतिशत मतदान, हिंसा के बीच सबसे अधिक 77.57% बंगाल में वोटिंग, 1625 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में...

पहले चरण के मतदान में राज्यों के हिसाब से 102 सीटों पर शाम 7 बजे तक कुल 60.03% मतदान हुआ। इसमें उत्तर प्रदेश में 57.61 प्रतिशत, उत्तराखंड में 53.64 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe