Friday, November 8, 2024
Homeदेश-समाजबाहर No Bed का नोटिस, UP प्रशासन के एक्शन में आते ही मिले 969...

बाहर No Bed का नोटिस, UP प्रशासन के एक्शन में आते ही मिले 969 बेड खाली: कोविड अस्पतालों में धांधली की खुली पोल

UP प्रशासन ने एक्शन लेते हुए 1 घंटे के अंदर ICU, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन व आइसोलेशन वार्ड में खाली बेड का ब्योरा कंट्रोल रूम पर दर्ज करते हुए इनके बारे नोटिस चिपकाने को कहा।

कोरोना संकट के बीच अस्पतालों में जगह न मिलने की खबरें जहाँ लगातार सुर्खियों में छाई हुई हैं, वहीं आगरा से चौंकाने वाली खबर आई है। अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, तमाम शिकायतों के बाद यहाँ जिलाधिकारी ने जब कोविड अस्पतालों पर सख्त रुख अपनाया तो खाली बेडों को लेकर बड़ा खुलासा हुआ।

खबर के मुताबिक, जिलाधिकारी के एक्शन में आने के बाद एक-एक अस्पताल का ब्यौरा जाँचा गया तो सिर्फ 24 घंटे में पता चला कि कोविड अस्पतालों में 969 बेड खाली पड़े हैं। इनमें 147 वेंटीलेटर और 247 ICU वाले बेड हैं।

दरअसल, कुछ दिन पहले आगरा के जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने सभी कोविड अस्पतालों को रिक्त बेड की सूचना सार्वजनिक करने और भर्ती मरीजों से शासनादेश में तय इलाज खर्च लेने के आदेश दिए थे। लेकिन अमर उजाला ने इस संबंध में जब अपनी छानबीन की तो उन्हें कई मरीज बेडों के लिए भटकते मिले। बुधवार को इसी सूचना पर डीएम ने एक्शन लिया और एक-एक अस्पताल का ब्यौरा चेक किया।

इस दौरान डीएम को कोविड अस्पतालों में 960 खाली बेड मिले, जिनके बारे में अस्पतालों ने कोई सार्वजनिक जानकारी नहीं दी थी। डीएम ने रिकॉर्ड जाँचने के बाद अस्पताल संचालकों को फटकार लगाई और मुकदमा दर्ज करवाने की चेतावनी दी। इसके अलावा 1 घंटे के अंदर ICU, वेंटीलेटर, ऑक्सीजन व आइसोलेशन वार्ड में खाली बेड का ब्योरा कंट्रोल रूम पर दर्ज करते हुए इनके बारे नोटिस चिपकाने को कहा।

सोशल मीडिया पर यूजर कर रहे फ्रॉड का खुलासा

बता दें कि कोरोना संकट के समय में कोविड अस्पतालों में बेडों की संख्या पर सही डेटा को लेकर कई जगह पर सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में प्रशासन कोविड मरीजों को धोखे में रखने वाले अस्पतालों के ख़िलाफ़ एक्शन ले रहा है।

सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि दिल्ली और गाजियाबाद में फेक मरीजों के नाम से बेडों को ब्लॉक किया जा रहा है ताकि मनमानी कीमतों पर दूसरे मरीज को वहाँ भर्ती किया जा सके। यूजर्स के मुताबिक नोएडा, गाजियाबाद में 80 प्रतिशत अस्पताल ये सब कर रहे हैं। वहाँ पहले बेडों की उपलब्धता नहीं बताई जाती लेकिन फिर सौदा करके 1-2 लाख में बेड दिया जाता है।

कर्नाटक में भी अस्पतालों में पुलिस ने की छापेमारी, इकट्ठा किए डेटा

कर्नाटक में भी कोविड बेडों को ब्लॉक करने को लेकर मामला गरमाया हुआ है। वहाँ भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कोविड अस्पतालों में रिश्वत लेकर कोविड बेडों को ब्लॉक करने का आरोप बीबीएमपी पर लगाया है।

भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने इस मामले को उठाते हुए कहा कि बीबीएमपी के वॉर रूम के अधिकारी कोविड-19 पॉजिटिव के बेडों को पैसों के लिए गलत तरीके से बुक कर रहे थे।

इस मुद्दे के उठने के बाद आज (6 मई 2021) कोविड वॉर रूम्स में पुलिस ने छापेमारी की और बहुत सारे डेटा इकट्ठा किए। अब इन्हीं डेटा के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। पुलिस उन लोगों की तलाश में भी जुटी है, जिन्होंने फर्जी नामों के जरिए बेडों को ब्लॉक किया। अब तक इस मामले में 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। कर्नाटक सरकार ने 80 प्रतिशत बेड कोविड मरीजों के लिए बुक करने के निर्देश दिए हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

रवीश जी मुरझा नहीं गया है मिडिल क्लास, पर आपका जो सूजा है उसका दर्द खूब पहचानता है मिडिल क्लास: अब आपके कूथने से...

रवीश कुमार के हिसाब से देश में हो रही हर समस्या के लिए हिंदू इसलिए जिम्मेदार है क्योंकि वो खुद को हिंदू मानता है।

अब ‘डिग्री’ वाले मौलवी नहीं होंगे पैदा, पर बच्चों को आधुनिक शिक्षा से दूर रखना कितना जायज: क्या मदरसा एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के...

अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उच्च शिक्षा से संबंधित फाजिल और कामिल पर मदरसा अधिनियम के प्रावधान असंवैधानिक हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -