राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया है कि उनकी सचिन पायलट से बीते डेढ़ साल से बात नहीं हुई है। साथ ही दावा किया है कि पायलट सरकार गिराने की साजिश बहुत दिनों से कर रहे थे।
गहलोत की सरकार में पायलट उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष थे। उन्हें हाल ही में दोनों पदों से हटाया गया है। गहलोत ने कहा, “कोई मंत्री अपने सीएम से बात नहीं करता, न ही उसकी सलाह लेता है और न ही कोई बातचीत करता है। लोकतंत्र में, कट्टर प्रतिद्वंद्वी भी बात करते हैं। लोकतंत्र की खूबसूरती संवाद ही है।”
Not on talking terms for 1.5 years, but will hug Pilot if he returns, says Ashok Gehlot
— The Times Of India (@timesofindia) July 18, 2020
Rajasthan CM Ashok Gehlot claimed that his former deputy Sachin Pilot had begun plotting the fall of his government from its inception
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साथ ही गहलोत ने यह भी कहा कि अगर सचिन पायलट उनके पास वापस आते हैं तो वे उन्हें गले लगाने को भी तैयार हैं।
दूसरी ओर, शनिवार (जुलाई 18, 2020) को भारतीय जनता पार्टी ने कॉन्ग्रेस पर जमकर निशाना साधा और यह सवाल उठाया कि क्या राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को गिराने की कथित साजिश के बीच राज्य के नेताओं के फोन टैप किए जा रहे हैं?
पार्टी ने केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) से राजस्थान में कॉन्ग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों की जाँच की भी माँग की है, जिसमें ऑडियो टेप के जरिए यह साबित करने का प्रयास किया जा रहा है कि भाजपा गहलोत सरकार को गिराने के लिए कॉन्ग्रेस के बागी नेताओं के साथ मिलीभगत कर रही थी।
LIVE: Dr @sambitswaraj addresses a press conference at BJP headquarters in New Delhi. https://t.co/Q9ufqpVsZH
— BJP (@BJP4India) July 18, 2020
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “क्या फोन टैपिंग कोई कानूनी मुद्दा नहीं है? फ़ोन टैपिंग के लिए निर्धारित मानक प्रक्रियाएँ पूरी की गईं? मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिए कि क्या राज्य की मशीनरी का दुरुपयोग हुआ है और राज्य में कोई आपात स्थिति है?”
These are serious questions that we want to ask the Rajasthan Congress and Ashok Gehlot.
— BJP (@BJP4India) July 18, 2020
1. Was phone taping done? The Congress govt in Rajasthan must answer.
2. Is it not a sensitive and legal issue, if phone taping has been done? pic.twitter.com/dkOdNSsboV
कॉन्ग्रेस पार्टी प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार (जुलाई 17, 2020) को मीडिया को उन ऑडियो टेप्स के बारे में जानकारी दी थी, जिनमें कथित तौर पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित भाजपा नेताओं को राज्य सरकार को गिराने के लिए सचिन पायलट खेमे के बागी विधायकों के साथ साजिश के बारे में सुना जाने का दावा किया गया है।
सुरजेवाला के आरोपों को भाजपा के साथ-साथ शेखावत ने भी खारिज कर दिया, जिन्होंने दावा किया था कि कथित ऑडियो टेप पर आवाज उनकी नहीं थी। उन्होंने कहा है कि वो सीबीआई जाँच के लिए तैयार हैं।
वहीं, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि कॉन्ग्रेस पार्टी के भीतर ही साजिश चल रही है और इसका दोष भाजपा पर मढ़ा जा रहा है। उन्होंने कहा, “हमारी नैतिकता स्पष्ट है और हम संविधान के अनुसार काम करते हैं। इसलिए हम सीबीआई जाँच चाहते हैं।”
भाजपा ने प्रेस वार्ता में सीबीआई जाँच की माँग करते हुए कहा, “क्या एसओपी फॉलो हुआ, फोन टेपिंग इत्यादि किया गया? क्या सभी राजनीतिक पार्टी के सभी लोगों के साथ इस प्रकार का व्यवहार किया जा रहा है?”
Phone tapping can only be done by authorized agencies as per due process of law and subject to approve safe-guards and SOPs. Each case is also reviewed by a committee chaired by a Cabinet Secretary in case of Central and State Secretary in case of a State govt.: Dr @sambitswaraj
— BJP (@BJP4India) July 18, 2020
उन्होंने कहा, “राजस्थान के लोग जानना चाहते हैं कि क्या उनकी निजता से समझौता किया गया है? क्या राजस्थान में कॉन्ग्रेस सरकार ने खुद को बचाने के लिए असंवैधानिक तरीकों का इस्तेमाल किया? क्या राजनीति से संबंधित किसी व्यक्ति का फोन टैप किया जा रहा है?”
बीजेपी ने ट्वीट कर कहा कि ये गंभीर सवाल हैं, जिसका जवाब हम राजस्थान कॉन्ग्रेस और अशोक गहलोत से चाहते हैं। पार्टी प्रवक्ता पात्रा ने कहा, “राजस्थान की सरकार 2018 में बनी। अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने। उसके बाद एक कोल्ड वॉर की स्थिति कॉन्ग्रेस पार्टी की सरकार में बनी रही। कल अशोक गहलोत जी ने स्वयं मीडिया के सामने आकर कहा है कि 18 महीने से मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के बीच में वार्तालाप नहीं हो रही थी। राजस्थान में कॉन्ग्रेस का राजनीतिक ड्रामा हम देख रहे हैं। ये षड्यंत्र, झूठ-फरेब और कानून को ताक पर रखकर कैसे काम किया जाता है, उसका मिश्रण है।”
राजस्थान पुलिस के विशेष ऑपरेशन समूह (एसओजी) ने शुक्रवार (जुलाई 17, 2020) को राज्य में कॉन्ग्रेस सरकार को गिराने की साजिश रचने के आरोप में दो एफआईआर दर्ज की थी। FIR कॉन्ग्रेस पार्टी के मुख्य सचेतक (व्हिप) महेश जोशी की शिकायतों के आधार पर दर्ज की गई है।