प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की उनकी समकक्ष शेख हसीना ने दिल्ली में मंगलवार (6 सितंबर, 2022) को एक जॉइंट प्रेस मीट को सम्बोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने या दिलाया कि पिछले वर्ष हमने बांग्लादेश की स्वतंत्रता की 50वीं वर्षगाँठ, हमारे राजनयिक संबंधों की स्वर्ण जयंती, और बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी को एक साथ मनाया था। उन्होंने ये भी याद दिलाया कि पिछले वर्ष 6 दिसंबर को हमने पहला ‘मैत्री दिवस’ भी साथ मिलकर पूरी दुनिया में मनाया।
पीएम मोदी ने कहा कि बांग्लादेश के प्रधानमंत्री शेख हसीना जी की यात्रा हमारी आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान हो रही है, ऐसे में उन्हें पूरा विश्वास है कि अगले 25 वर्षों के अमृत काल में भारत-बांग्लोदश मित्रता नई ऊँचाइयाँ छूएगी। उन्होंने जानकारी दी कि आज बांग्लादेश भारत का सबसे बड़ा विकास साझीदार और क्षेत्र में हमारा सबसे बड़ा व्यापार पार्टनर है। उन्होंने कहा कि हमारे घनिष्ठ सांस्कृतिक और दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों में भी निरंतर वृद्धि हुई है।
पीएम मोदी ने कहा, “हमने आईटी, अंतरिक्ष और न्यूक्लियर एनर्जी जैसे सेक्टर में भी सहयोग बढ़ाने का निश्चय किया, जो हमारी युवा पीढ़ियों के लिए रुचि रखते हैं। हम जलवायु परिवर्तन और सुंदरबन जैसी साझा धरोहर को संरक्षित रखने पर भी सहयोग जारी रखेंगे। मैत्री सुपर थर्मल पॉवर प्लांट के उद्घाटन से बांग्लादेश के लोगों को सस्ती बिजली मिलेगी। बिना किसी बाधा के बिजली की सप्लाई हो, इसके लिए पॉवर लाइन हेतु भी हमारे बीच बात चल रही है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसी 54 नदियाँ हैं जो भारत-बांग्लादेश सीमा से गुज़रती हैं, और सदियों से दोनों देशों के लोगों की आजीविका से जुड़ी रही हैं। उन्होंने कहा कि ये नदियाँ, इनके बारे में लोक-कहानियाँ, लोक-गीत, हमारी साझा सांस्कृतिक विरासत के भी साक्षी रहे हैं। उन्होंने ये जानकारी भी दी कि भारत-बांग्लादेश ने कुशियारा नदी से जल बँटवारे पर एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिससे भारत में दक्षिणी असम और बांग्लादेश में सिलहट क्षेत्र को लाभ होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि आज हमने आतंकवाद और कट्टरवाद के खिलाफ सहयोग पर भी जोर दिया। उन्होंने ध्यान दिलाया कि 1971 की भावना को जीवंत रखने के लिए भी यह बहुत आवश्यक है कि हम ऐसी शक्तियों का मिल कर मुकाबला करें, जो हमारे आपसी विश्वास पर आघात करना चाहती हैं। शेख हसीना के इस 4 दिवसीय दौरे में कई MoU पर भी हस्ताक्षर हुए हैं। उन्होंने ‘आज़ादी का अमृत महोत्सव’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लिए बधाई भी दी।