Thursday, March 20, 2025
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कॉन्ग्रेस अलगाववाद और अराजकता की समर्थक, स्पष्ट करे 370 पर अपनी राय, दोहरा रवैया घातक: CM योगी

"कश्मीर के तमाम चेहरे अपने बच्चों को विदेश में पढ़ाते थे और कश्मीर के विकास का पैसा हड़प जाते थे। मोदी की नीतियों के तहत अब जिला परिषद के जरिए गाँव तक पैसा जा रहा है तो बौखलाहट हो रही है। जिस तरह फारूख अब्दुल्ला और महबूबा के बयान आए हैं उससे कॉन्ग्रेस का जुड़ना खतनाक है।"

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कश्मीर मुद्दे पर कॉन्ग्रेस को घेरते हुए जमकर हमला बोला है। योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जम्मू कश्मीर को लेकर कॉन्ग्रेस का दोहरा रवैया अब उजागर हो गया है। इनके द्वारा वहाँ आतंकवाद और अलगाववाद में शामिल लोगों को प्रोत्साहित करना राष्ट्रीय एकता औऱ अखंडता के साथ सीधे-सीधे खिलवाड़ है। ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की अवधारणा को नहीं बनने देने के लिए आज कॉन्ग्रेस ही जिम्मेदार है।

कॉन्ग्रेस पर निशाना साधते हुए सीएम ने आगे कहा, “कॉन्ग्रेस सदैव राष्ट्रीय अस्मिता के साथ खिलवाड़ करती रही है और प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से उन तत्वों को प्रोत्साहित करती रही है, जो देश के अंदर अलगाववाद और अराजकता को बढ़ावा देते हैं।”

उन्होंने बताया, “अनुच्छेद-370 हटने के उपरांत जम्मू-कश्मीर के कुछ नेताओं ने जो एक आपसी समझौता किया था, यह गुपकार कन्वेंशन कहलाता है। इस पर हस्ताक्षर करने वाले जो लोग हैं, उनमें वहाँ के क्षेत्रीय दलों के साथ ही कॉन्ग्रेस पार्टी के नेता भी हैं। पी चिदम्बरम, गुलाम नबी इसका सपोर्ट करते हैं।”

कश्मीर के तमाम मुद्दों पर योगी ने कॉन्ग्रेस से सवाल भी किया। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस दिल्ली में कुछ औऱ बोलेगी और कश्मीर में कुछ और। कश्मीर को लेकर कॉन्ग्रेस को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए कि धारा 370 के बारे में उसकी क्या राय है? कॉन्ग्रेस का दोहरा रवैया घातक है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का आभारी है, जिन्होंने अनुच्छेद 370 को समाप्त कर एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार किया। जम्मू और कश्मीर विकास की मुख्यधारा से जुड़ रहा है, उसी की बौखलाहट गुपकार समझौते के रूप में सामने आई है, जिस पर कॉन्ग्रेस के नेताओं के भी हस्ताक्षर हैं।

योगी आदित्यनाथ ने कश्मीर के नामचीन लोगों के भ्रष्टाचार को लेकर उन्होंने कहा कि कश्मीर के तमाम चेहरे अपने बच्चों को विदेश में पढ़ाते थे और कश्मीर के विकास का पैसा हड़प जाते थे। मोदी की नीतियों के तहत अब जिला परिषद के जरिए गाँव तक पैसा जा रहा है तो बौखलाहट हो रही है। जिस तरह फारूख अब्दुल्ला और महबूबा के बयान आए हैं उससे कॉन्ग्रेस का जुड़ना खतनाक है। जब सीमा पर जवान लड़ रहे हैं तो दुश्मन देश से मदद लेने की बात करना क्या साबित करता है?

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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