मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर भड़की हिंसा की शुरुआत शोभा यात्रा पर फेंके गए पत्थरों के साथ हुई थी। इसकी कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हैं और पुलिस की कार्रवाई भी इन्हीं आधारो पर चल रही है। मगर, इन्हीं सब के बीच प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह एक नई थ्योरी लाए हैं। उनका कहना है कि ये सब कुछ भाजपा का किया हुआ है। उन्होंने ही गरीब मुस्लिमों को पैसे दिए, फिर उनसे पत्थर फिंकवाए।
I have received a few complaints, which I have not verified yet, but as per these complaints, some people from BJP themselves pay poor Muslim boys to throw stones: Congress leader Digvijaya Singh at Neemuch, Madhya Pradesh pic.twitter.com/wWYkjmCbvk
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 26, 2022
दिलचस्प बात ये है कि दिग्विजय सिंह पर अपने आरोप सिद्ध करने के लिए कोई तथ्य नहीं हैं। वह कहते हैं, “मुझे कुछ शिकायतें मिली हैं जो सत्यापित नहीं हैं, लेकिन इन शिकायतों के अनुसार, भाजपा के कुछ लोग गरीब मुस्लिम लड़कों से पैसे देकर उनसे पत्थर फिंकवाते हैं।” आगे दिग्विजय सिंह ने ये भी स्पष्ट किया, “मेरे पास तथ्य नहीं हैं, इसलिए मैं सिर्फ आरोप लगा रहा हूँ, लेकिन मैं इन शिकायतों की जाँच करूँगा।”
दिग्विजय सिंह की अक्ल पर पड़ गए हैं पत्थर
दिग्विजय सिंह के इस बयान के बाद भाजपा नेता व प्रदेश मंत्री विश्वास सारंग ने कहा, “दिग्विजय सिंह की अक्ल पर पत्थर पड़ गए हैं और जिस प्रकार से नेहरू परिवार की चाटुकारिता के लिए, तुष्टिकरण की राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए वो जो बयानबाजी कर रहे हैं, वो केवल राजनीतिक हैं।”
#WATCH| BJP is the one that stops riots, and not the one that promotes riots. How could you level such charges when you are the one saying that you do not have proof: Madhya Pradesh Minister Vishwas Sarang on Cong leader Digvijaya Singh’s ‘BJP hiring stone pelters’ remarks(26.04) pic.twitter.com/BiMP9dr7yR
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) April 26, 2022
सारंग ने कहा, “एक एफआईआर के बाद वो कह रहे हैं, ‘मैं आरोप नहीं लगा रहा, मैं बस बात बोल रहा हूँ’ तो आप अपनी बात भी किस तथ्य पर बोल रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी को न दंगा कराने की जरूरत है और न वो दंगा कराती है। भाजपा दंगा रोकती है। ये नेहरू परिवार और कॉन्ग्रेस का इतिहास है कि उन्होंने दंगे कराए ताकि उनकी राजनैतिक रोटियाँ सिंके। ये आरोप लगाकर दिग्विजय सिंह ने अपनी हैसीयत बताई है। उनकी बातों का न तथ्य है न आधार है।”
‘हिंदू आतंकवाद शब्द गढ़ने वाले दिग्विजय सिंह’
गौरतलब है कि मुस्लिम तुष्टिकरण पर अपनी राजनीति करने वाले दिग्विजय सिंह पहली बार नहीं है जब मुस्लिमों के बचाव में आए हों और हिंदुओं पर हुए हमले के लिए हिंदुओं को ही जिम्मेदार बताने का काम किया हो। यूपीए सरकार के दौरान दिग्विजय सिंह द्वारा भगवा आतंकवाद जैसे शब्द की नींव रखी गई जिसका खुलासा यूपीए सरकार के दौरान गृहमंत्रालय में अवर सचिव रहे आरवीएस मणि ने भी किया और बताया कि उनकी किताब ये स्पष्ट करती है कि कैसे दिग्विजय सिंह द्वारा हिंदू आतंक शब्द की नींव रखी गई और इसे फैलाय गया।
26/11 हमले में RSS को बदनाम करने की कोशिश
इतना ही नहीं 2008 में हुआ 26/11 एक आतंकी हमला था। लेकिन कॉन्ग्रेस नेताओं ने इसे आरएसएस द्वारा किया गया हमला बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बकायदा दिग्विजय सिंह द्वारा इस संबंध में एक किताब का लोकार्पण किया गया और हिंदू आतंकवाद शब्द की अवधारणा गढ़ी गई। इस काम में दिग्विजय सिंह का साथ सोनिया गाँधी, अहमद पटेल और राहुल गाँधी ने भी दिया था।