Friday, March 29, 2024
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सोनिया गाँधी के ‘वफादार’ मल्लिकार्जुन खड़गे लड़ेंगे अध्यक्ष पद का चुनाव, नाम सुनकर दिग्विजय सिंह पीछे हटे: G-23 समूह के मनीष तिवारी भी भर सकते हैं नामांकन

मल्लिकार्जुन खड़गे को गाँधी परिवार का वफादार माना जाता है और गाँधी परिवार के वफादार नेताओं के साथ भी उनके अच्छे संबंध हैं। हाल ही में उन्होंने अपना 80वाँ जन्मदिन इसलिए नहीं मनाया था, क्योंकि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोनिया गाँधी के खिलाफ जाँच शुरू की थी।

कॉन्ग्रेस में राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर रोज नई कहानियाँ सामने आ रही हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाद पार्टी के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने भी खुद को पार्टी अध्यक्ष पद की रेस से अलग कर लिया है। अब इस पद पर कॉन्ग्रेस के एक अन्य दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे लड़ेंगे।

आज शुक्रवार (30 सितंबर 2022) को कॉन्ग्रेस अध्यक्ष पद के लिए के नामांकन का आखिरी दिन है। वहीं, नामांकन के बाद नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 8 अक्टूबर है। ऐसे में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और दिग्विजय सिंह के रेस से हटने के बाद मुकाबला मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर के बीच होगा।

अध्यक्ष पद के नामांकन से पहले थरूर ने राजघाट जाकर महात्मा गाँधी की समाधि पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। खड़गे के मुकाबला में आने के बाद थरूर ने कहा कि खड़गे वरिष्ठ नेता हैं और उनके साथ अच्छे संबंध हैं। वहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव को लेकर अभी तक कुछ नहीं कहा है।

उधर खड़गे का नाम सामने आने के बाद दिग्विजय सिंह ने कहा, “मुझे पता चला है कि खड़गे अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे हैं। वे पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और मैं उनका काफी आदर भी करता हूँ। इसलिए मैंने तय किया है कि मैं उनका समर्थन करूँगा। मैं उनका प्रस्तावक बनूँगा।” दिग्विजय सिंह खड़गे के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात भी की

कहा जा रहा है कि सोनिया गाँधी के कहने पर ही मल्लिकार्जुन खड़गे अध्यक्ष पद के लिए आगे आए। ऐसे में जीत की अधिक संभावना 80 वर्षीय खड़गे की बन जाती है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कॉन्ग्रेस पार्टी के प्रदर्शन के बाद राहुल गाँधी द्वारा नैतिक जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा देने के बाद भी अध्यक्ष पद के लिए खड़गे का नाम चर्चा में आया था।

मल्लिकार्जुन खड़गे को गाँधी परिवार का वफादार माना जाता है और गाँधी परिवार के वफादार नेताओं के साथ भी उनके अच्छे संबंध हैं। हाल ही में उन्होंने अपना 80वाँ जन्मदिन इसलिए नहीं मनाया था, क्योंकि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोनिया गाँधी के खिलाफ जाँच शुरू की थी।

वहीं, यह बात भी सामने आई कि पार्टी में सुधार के नाम पर गाँधी परिवार की मुखालफत करने वाले जी-23 समूह के मनीष तिवारी भी इसके लिए नामांकन दाखिल करने पर विचार कर रहे हैं। इसके लिए जी-23 नेताओं ने गुरुवार (29 सितंबर 2022) की शाम को आनंद शर्मा के घर बैठक भी की। हालाँकि, दिग्विजय सिंह का नाम सामने आने और बाद में खड़गे द्वारा नामांकन करने की घोषणा तक इन ग्रुप की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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