Thursday, December 12, 2024
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हेमंत सोरेन: 5 वर्षों में जिनकी उम्र बढ़ गई 7 साल, प्लॉट 2 से हो गए 23… BJP के आरोपों से झारखंड चुनाव में गरमाया माहौल

साल 2019 के चुनावी हलफनामे में हेमंत सोरेन ने अपनी उम्र 42 साल बताई थी, लेकिन इस बार 2024 में दाखिल हलफनामे में उन्होंने अपनी उम्र 49 साल बताई है।

झारखंड विधानसभा चुनावों में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की उम्र और संपत्ति को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। 2019 के चुनावी हलफनामे में हेमंत सोरेन ने अपनी उम्र 42 साल बताई थी, लेकिन इस बार 2024 में दाखिल हलफनामे में उन्होंने अपनी उम्र 49 साल बताई है। यह देखकर राजनीतिक हलकों में बवाल मच गया है कि पाँच साल में उनकी उम्र सात साल कैसे बढ़ गई। इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टी बीजेपी ने सोरेन की उम्मीदवारी रद्द करने की माँग की है।

बीजेपी ने न केवल हेमंत सोरेन की उम्र पर सवाल उठाए हैं, बल्कि उनके संपत्ति के ब्योरे पर भी सवाल खड़े किए हैं। बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने JMM पर निशाना साधते हुए कहा कि जेएमएम पार्टी में भ्रष्टाचार की जड़ें गहरी हैं, और हेमंत सोरेन ने हलफनामे में भी गड़बड़ी की है।

हेमंत सोरेन के दो हलफनामे (फोटो साभार: इंडिया टीवी)

बीजेपी प्रवक्ता शाहजाद पूनावाला ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपने हलफनामे में संपत्ति की जानकारी छिपाई है। 2019 में जहाँ उन्होंने सिर्फ दो भूखंडों का जिक्र किया था, वहीं इस बार 23 भूखंडों का जिक्र किया है। यह भूखंड 2006 से 2008 के बीच खरीदे गए थे, लेकिन पिछले हलफनामे में उनका कोई उल्लेख नहीं था। बीजेपी ने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि चुनाव आयोग को उनकी उम्मीदवारी रद्द करनी चाहिए। शहजाद ने कहा, “जेएएम का मतलब ‘झोल, मुस्लिम अपीजमेंट और माफिया’ है।”

इस मुद्दे पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह हार के डर से यह विवाद खड़ा कर रही है। JMM प्रवक्ता मनोज पांडेय का कहना है कि सभी दस्तावेज चुनाव आयोग के पास हैं, और रिटर्निंग ऑफिसर ने हेमंत सोरेन का नामांकन स्वीकार कर लिया है। उनका कहना है कि बीजेपी हार की बौखलाहट में जनता का ध्यान भटकाने के लिए इस तरह के आरोप लगा रही है।

इस बार बरहेट सीट से बीजेपी ने गमालिएल हेम्ब्रोम को अपना उम्मीदवार बनाया है। हेम्ब्रोम का कहना है कि बरहेट के लोगों को अभी भी बुनियादी सुविधाओं जैसे सड़क, पानी और बिजली की कमी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि वह इन मुद्दों को हल करने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। हेम्ब्रोम ने 2019 में आजसू पार्टी के टिकट पर बरहेट से चुनाव लड़ा था और अब वह बीजेपी के टिकट पर सीएम के खिलाफ मैदान में हैं।

गौरतलब है कि झारखंड में कुल 81 विधानसभा सीटों के लिए 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा। पहले चरण में 13 नवंबर को 43 सीटों पर मतदान होगा, जिसमें 743 उम्मीदवार मैदान में हैं। दूसरे चरण में 20 नवंबर को शेष 38 सीटों पर वोटिंग होगी। उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जाँच पूरी हो चुकी है और 1 नवंबर तक उम्मीदवार अपने नामांकन वापस ले सकते हैं। मतगणना 23 नवंबर को होगी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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