दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने तीन अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इनमें से एक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यालय में तैनात डिप्टी सेक्रेटरी रैंक के अधिकारी हैं। उनके अलावा दो SDM पर भी भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते कार्रवाई हुई है। दूसरी ओर नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) के सदस्य कुलजीत चहल ने मुख्यमंत्री केजरीवाल की सीट को ‘रिक्त’ घोषित करने का प्रस्ताव पेश किया है।
NDMC में यह प्रस्ताव केजरीवाल के लगातार चार बार मीटिंग से गैरहाजिर रहने की वजह से लाया गया है। चहल ने बताया कि केजरीवाल दिसंबर 2021 में और इस साल (2022) जनवरी, फरवरी और मार्च में चार बैठकों के दौरान बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहे हैं। इसके चलते बुधवार (22 जून 2022) परिषद की बैठक के दौरान मुख्यमंत्री की सीट को रिक्त घोषित करने का प्रस्ताव पेश किया गया।
प्रस्ताव के मुताबिक, “नई दिल्ली नगरपालिका परिषद अधिनियम के अनुसार, यदि लगातार तीन महीनों के दौरान, कोई सदस्य बिना पूर्व अनुमति के सभी बैठकों से अनुपस्थित रहता है, तो परिषद केंद्र सरकार को सिफारिश कर सकती है कि ऐसे सदस्य की सीट रिक्त घोषित की जाए।” इसमें कहा गया, “परिषद केंद्र सरकार को सिफारिश कर सकती है कि एनडीएमसी अधिनियम, 1994 में निहित प्रावधानों के अनुसार आगे आवश्यक कार्रवाई शुरू करने की सिफारिश के साथ परिषद के सदस्य के रूप में अरविंद केजरीवाल की सीट को रिक्त घोषित किया जा सकता है।” बता दें कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से विधायक होने के कारण केजरीवाल NDMC के सदस्य हैं।
Delhi Lieutenant Governor Vinai Kumar Saxena has ordered the suspension of SDMs Harshit Jain & Devender Sharma, along with CMO’s Deputy Secretary Prakash Chand Thakur, in the matter of procedural lapses indicating corruption.
— ANI (@ANI) June 22, 2022
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वहीं दिल्ली के उपराज्यपाल ने जिन अधिकारियों को निलंबित किया है, उसमें मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव के पद पर तैनात प्रकाश चंद्र ठाकुर, वसंत विहार के एसडीएम हर्षित जैन और विवेक विहार के एसडीएम देवेंद्र शर्मा का नाम शामिल है। इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई का आदेश दिया गया है। उपराज्यपाल कार्यालय के अधिकारियों के अनुसार, मामला कथित रूप से प्राइवेट संस्थाओं को बेची गई सरकारी जमीन से जुड़े भ्रष्टाचार से संबंधित हैं।
इससे पहले उपराज्यपाल ने सोमवार (20 जून 2022) को कालकाजी एक्सटेंशन में ईडब्ल्यूएस फ्लैटों के निर्माण में खामियाँ पाए जाने पर दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के दो सहायक इंजीनियरों को भी निलंबित कर दिया था। पिछले हफ्ते, उप राज्यपाल ने राष्ट्रीय राजधानी की कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की थी।