Thursday, April 25, 2024
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डॉक्टर सुसाइड केस: AAP विधायक प्रकाश जरवाल के खिलाफ गैर जमानती वारंट, तलाश में दबिश दे रही पुलिस

दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार प्रकाश जरवाल के ख़िलाफ़ पुलिस को डॉक्टर से पैसे लेने व उनको सुसाइड के लिए उकसाने के संबंध में पर्याप्त सबूत मिले हैं। पुलिस लगातार उन्हें पकड़ने की कोशिशों में जुटी है।

आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक प्रकाश जरवाल और उनके साथी कपिल नागर के ख़िलाफ़ डॉक्टर राजेन्द्र के आत्महत्या मामले गैर-जमानती वारंट जारी किया गया है।

पुलिस विधायक जरवाल और उनके साथी कपिल की तलाश में जुटी है। 7 मई को इस संबंध में पुलिस ने आप नेता के 2 भाइयों और 8 मई को पिता समेत कुछ रिश्तेदारों से पूछताछ भी की थी।

खबरों की मानें तो विधायक प्रकाश जरवाल को दिल्ली पुलिस पूछताछ के लिए दो बार बुला चुकी है। लेकिन वे दोनों बार पेश नहीं हुए। अब दक्षिण दिल्ली की पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए दिन-रात दबिश दे रही है। हालाँकि अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। 

दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार जरवाल के ख़िलाफ़ पुलिस को डॉक्टर से पैसे लेने व उनको खुदकुशी के लिए उकसाने के संबंध में पर्याप्त सबूत मिल गए हैं। अब पुलिस लगातार उन्हें पकड़ने की कोशिशों में जुटी है।

दक्षिण जिला डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने मीडिया को बताया कि विधायक प्रकाश जरवाल व उसके खास साथी कपिल नागर के खिलाफ शुक्रवार को गैर-जमानती वारंट जारी किया गया। जल्द ही विधायक व उसके साथी को पकड़ लिया जाएगा।

डॉक्टर का सुसाइड नोट

पिछले महीने 18 अप्रैल को दिल्ली के नेब सराय इलाके में 52 वर्षीय डॉक्टर राजेन्द्र सिंह ने फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। मृतक के पास से एक 2 पेज का सुसाइड नोट मिला था जिसमें उन्होंने आत्महत्या के लिए इलाके के विधायक प्रकाश जरवाल और उनके सहयोगी कपिल को जिम्मेदार ठहराया था।

इसके अतिरिक्त पुलिस ने एक डायरी भी बरामद की थी, जिसमें लिखा था, “मेरा इस इलाके में एक क्लीनिक है और मेरे कुछ वाटर टैंकर दिल्ली जल बोर्ड में किराए से चलते थे, लेकिन एमएलए प्रकाश जरवाल और उसका सहयोगी कपिल नागर मुझसे हर टैंकर के हिसाब से पैसे माँगने लगे। कुछ पैसे दिए भी गए लेकिन बाद में मेरे सभी टैंकर प्रकाश जरवाल ने दिल्ली जल बोर्ड से हटवा दिया।”

सुसाइड नोट में लिखा था, “टैंकरों को दिल्ली जल बोर्ड से हटवाने के बाद जब उन्हें ओखला के दिल्ली जल बोर्ड के लगवाया गया तो टैंकरों को वहाँ से भी प्रकाश जरवाल द्वारा हटवा दिया गया।” नोट के अनुसार प्रकाश जरवाल और उसके सहयोगी से उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिल रही थी और धमकियों के कारण उनका जीना मुश्किल हो गया था।

प्रकाश जरवाल को सफाई

डॉक्टर के आत्महत्या करने के बाद विधायक प्रकाश जरवाल ने इस संबंध में अपना बयान जारी किया था। बयान में उन्होंने खुद को निर्दोष बताते हुए सफाई दी थी। जरवाल ने कहा था, “मुझे मीडिया के माध्यम से डॉक्टर की आत्महत्या और सुसाइड नोट की बात पता चली है। मैं निर्दोष हूँ। पिछले 8-10 महीनों ने न तो मैं उनसे मिला हूँ और न ही हमारी कोई बातचीत हुई थी। 2017 में जब कुछ मीडिया चैनलों ने टैंकर माफिया के ख़िलाफ़ स्टिंग किया था, तो उसमें उनका नाम आया था। इसके बाद उनकी सभी गाड़ियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था। मुझे पहले भी फँसाने की कोशिश की जाती रही है और अब ऐसा ही हो रहा है। मैं किसी भी जाँच के लिए तैयार हूँ। मैं पुलिस का सहयोग करूँगा।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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