Sunday, April 28, 2024
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कौन है सुनीता विश्वनाथ, जिसकी तस्वीर दिखाकर स्मृति ईरानी ने राहुल गाँधी से पूछे सवाल

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सोरोस से कॉन्ग्रेस के पुराने संबंधों का जिक्र कर उन्होंने उन भारत विरोधी लोगों के नाम बताए जो राहुल गाँधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे।

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हाल में कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी के अमेरिकी दौरे के वक्त उनके साथ दिखाई दी सुनीता विश्वनाथ नाम की एक महिला की उपस्थिति पर सवाल खड़े किए हैं। स्मृति ईरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में फोटो दिखाते हुए बताया कि इस महिला के अमेरिकी व्यवसायी व भारत विरोधी जॉर्ज सोरोस से संबंध हैं इसलिए राहुल गाँधी को स्पष्ट करना चाहिए कि इनसे मुलाकात में उनकी क्या बातें हुई थीं। केंद्रीय मंत्री ने सोरोस से कॉन्ग्रेस के पुराने संबंधों का जिक्र कर उन भारत विरोधी लोगों के नाम बताए जो राहुल गाँधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे।

कौन है सुनीता विश्वनाथ?

बता दें कि सुनीता विश्वनाथ हिंदू फॉर ह्यूमन राइट्स नामक संगठन की सह-संस्थापक हैं जो समय-समय पर हिंदुओं के नाम पर हिंदुओं के खिलाफ झूठ और प्रोपेगेंडा फैलाने का काम करता है। ‘हिंदू बनाम हिंदुत्व’ के नैरेटिव चलाकर लोगों को भ्रमित करने का काम ये संगठन करता रहा है। वहीं खुद सुनीता विश्वनाथ हिंदू देवी देवताओं को बदनाम करने के लिए उल-जुलूस बातें करती भी देखी जा चुकी हैं।

हिंदू देवताओं पर लिखी आपत्तिजनक बातें

कुछ समय पहले विवादित ‘काली’ वेबसीरीज पर उठे विवाद पर इस महिला ने आकर सीरीज की निर्माता के पक्ष में हिंदू देवताओं के लिए उल-जुलूस बातें की थीं। अपने लेख में सुनीता ने महादेव की चिलम फूँकती तस्वीर लगाकर यहाँ तक कहा था कि हिंदुओं में शराब और सिगरेट कुछ निषेध नहीं है। देवताओं को ये सब चढ़ता है। सुनीता ने अपने लेख में सेक्स और समलैंगिकता को घुसाकर ये तक लिखा था कि धर्मग्रंथों में अनगिनत ऐसी कहानियाँ भरी पड़ी हैं जिन्हें पढ़कर समलैंगिकता से पैदा हुए बच्चों का पता चलता है। सुनीता ने यह भी लिखा था कि हिंदुओं के कुछ देवता तो समलैंगिक भी हैं। काली के आपत्तिजनक दृश्यों को सपोर्ट करने के लिए सुनीता ने साफ लिखा था कि हिंदू देवता धूम्रपान, मदिरापान करते हैं। इसके अलावा वो माँस-मीट भी खाते हैं।

भारत विरोधी सुनीता विश्वनाथ

सुनीता के लेखों में भाजपा के प्रति नफरत भी उजागर होती रही है। करण थापर के एक शो में उन्होंने कहा था कि भारत के हिंदुओं के लिए जरूरी है कि वो हिंदुत्व से लड़ें क्योंकि जो आज हो रहा है वो नरसंहार की शुरुआत है। सुनीता का पक्ष देखने के बाद ये भी हैरान करने वाला नहीं है कि उनके संबंध प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष भारत विरोधी इस्लामी संगठनों (जमात-ISI) से हैं। वह भारतीय अमेरिकी मुस्लिम परिषद (IAMC) जैसे इस्लामी संगठनों के साथ कई कार्यक्रमों की मेजबानी करती और साथ ही उनकी एक संस्था ‘वीमन फॉर अफगान वीमन’ एंटी इंडिया जॉर्ज सोरोस की ओपन सोसायटी फाउंडेशन से खुला फंड पाती है। 

याद दिला दें कि जॉर्ज पिछले कुछ समय में से भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने के लिए काफी चर्चा में रह चुका है। सुनीता-जॉर्ज के कनेक्शन पर ही अमित मालवीय ने उजागर करते हुए कहा कि सुनीता जॉर्ज सोरोस की प्रतिनिधि हैं, जिन्होंने विपक्षी नेताओं, थिंक टैंक, पत्रकारों, वकीलों और कार्यकर्ताओं के एक नेटवर्क के माध्यम से भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने के लिए $1 बिलियन का वादा किया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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