यूपी के नोएडा स्थित सुपरटेक ट्विन टावर को सफलतापूर्वक गिराने के बाद अब महाराष्ट्र के पुणे के एक व्यस्त इलाके में पुराने पुल को सफलतापूर्वक गिराया गया है। यह ब्रिज काफी पुराना हो गया था, इसलिए इसे गिराने का फैसला लिया गया था।
इस पुल को एडिफिस इंजीनियरिंग नाम के फर्म ने शनिवार-रविवार (1-2 अक्टूबर 2022) की रात को गिराया। यह वही फर्म ने जिसने नोएडा के ट्विन टावर को भी गिराया था। जिला कलेक्टर राजेश देशमुख के अनुसार, जिस ब्रिज को गिराया गया है, वह चाँदनी चौक नाम के व्यस्ततम इलाके में स्थित था और इसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया।
एडिफिस ने इस पुल को भी गिराने में उसी तकनीक का इस्तेमाल किया, जिसका उपयोग वह ट्विन टावर को गिराने के लिए किया था। यानी, पुल को कंट्रोल्ड ब्लास्ट के जरिए पुल को गिराया गया। इस तकनीक में विस्फोटकों को ‘चार्जिंग’ प्रक्रिया के तहत टारगेट में फिट किया जाता है, उसके बाद उसमें विस्फोट किया जाता है।
Maharashtra Pune’s Chandni Chowk bridge #Demolished @PuneCityPolice pic.twitter.com/1dAir1cQHI
— Vinay Tiwari (@vinaytiwari9697) October 2, 2022
पुल में भी चार्जिंग प्रक्रिया के तहत विस्फोटक को लगाया गया था। इसके बाद विस्फोट करने पर पुल अंदर की ओर गिर गया। इस स्थान पर अब नए प्रोजेक्ट के तहत नया निर्माण किया जाएगा। इसी निर्माण के लिए स्थानीय प्रशासन ने यह निर्णय लिया। वहीं, ट्विन टावर को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गिराया गया था। टावर पर भवन निर्माण के नियमों के उल्लंघन का आरोप था।
एडिफिस इंजीनियरिंग के साथ एनएचआईए (NHAI) की टीम वहाँ मौजूद रही। पुल को गिराने के लिए पुल में ड्रिल कर 1,300 छेद किए गए। इसके लिए 60 एक्सपर्ट की मदद ली गई। इन छेदों में 600 किलोग्राम तरल विस्फोटकों को भरा गया और फिर उसे उड़ाया गया।
बता दें कि नोएडा के ट्विन टावर को गिराने के लिए उसके पिलरों में 9,400 छेद किए गए और उनमें करीब 3,500 किलोग्राम विस्फोटक भरे गए थे। इस प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए हर तरह के सुरक्षा उपाय किए गए थे। वहीं, पुणे में भी उन्हीं सुरक्षा उपायों को लागू किया गया।