Sunday, September 1, 2024
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‘अल्लाह-हू-अकबर, नारा-ए-तकबीर के नारे के साथ अमेरिकियों को मारने की माँग’: शिक्षा के बाद अब ‘तालिबान’ में कट्टरपंथी खातूनों का मार्च

बुर्काधारी महिलाएँ एक काउंटर प्रोटेस्ट में सड़क पर मार्च करती नजर आईं। ये महिलाएँ तालिबान के समर्थन में नारेबाजी कर रही थीं और तेज-तेज अल्लाह-हू-अकबर, नारा-ए-तकबीर चिल्ला रही थीं।

तालिबानियों की हुकूमत में ‘समान अधिकारों’ की माँग को लेकर अफगानिस्तान की सड़कों पर सोमवार (सितंबर 6, 2021) को प्रदर्शन करने उतरीं महिलाओं पर आंसू गैस के गोले छोड़ कर उनको शांत कराने की कोशिश हुई। अब इस प्रदर्शन की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं।

ये प्रदर्शन मजार-ए-शरीफ के पास हो रहा है।

तालिबानी कोशिश कर रहे हैं कि पत्रकारों को इसकी कवरेज करने से रोक सकें।

महिलाओं की माँग है कि उन्हें शिक्षा और रोजगार के अलावा मौलिक अधिकारों की भी गारंटी दी जाए।

सामने आई तस्वीरों में देख सकते हैं कि इन प्रदर्शनों में ज्यादा महिलाएँ शामिल नहीं हैं। जाहिर है कि तालिबान के विरुद्ध आवाज उठाने की भावना अभी सबमें नहीं जगी है।

इस बीच कुछ अन्य बुर्काधारी महिलाएँ भी एक काउंटर प्रोटेस्ट में सड़क पर मार्च करती नजर आईं। ये महिलाएँ तालिबान के समर्थन में नारेबाजी कर रही थीं और तेज-तेज अल्लाह-हू-अकबर, नारा-ए-तकबीर चिल्ला रही थीं। इनकी माँग थी कि अमेरिका और उनके नौकरों को मौत की सजा दी जाए।

बता दें कि कट्टरपंथी महिलाओं का यह प्रदर्शन उस समय सामने आया है जब अफगानी महिलाओं के अधिकारों पर चर्चा हर जगह हो रही है। हाल में खबर आई थी कि कैसे एक महिला पुलिस कर्मी को जो कि 8 माह गर्भवती भी थी उसे घर में घुस कर गोली मार दी गई, वो भी उसके शौहर और बच्चों के सामने।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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