OpIndia is hiring! click to know more
Wednesday, April 16, 2025
Homeराजनीतिचाचा-भतीजे में रार, डूबेगी ठाकरे सरकार: CAA-NRC-NPR पर शरद पवार से अलग चले अजित,...

चाचा-भतीजे में रार, डूबेगी ठाकरे सरकार: CAA-NRC-NPR पर शरद पवार से अलग चले अजित, NCP में फूट!

‘‘शरद पवार एवं अन्य नेताओं ने भरोसा दिलाया है कि महाराष्ट्र में किसी भी व्यक्ति को इससे किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। किसी की नागरिकता नहीं जाएगी।”

महाराष्ट्र में पहली बार शिवसेना ने कॉन्ग्रेस और NCP के साथ मिलकर सरकार बनाई। जब से ये बेमेल सरकार बनी है, तब से सभी दलों में किसी न किसी मसले पर आपसी तकरार देखने को मिलती रहती है। बड़ी मुश्किल में कॉन्ग्रेस और एनसीपी में विभागों का बँटवारा हो पाया। इसके अलावा नागरिकता संशोधन कानून पर शरद पवार और कॉन्ग्रेस की विचारधारा से विपरीत उद्धव ठाकरे राय प्रकट कर चुके हैं। उन्होंने CAA का समर्थन करते हुए कहा था कि इससे किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। इसे शरद पवार ने उनका निजी नजरिया बताकर खारिज कर दिया था। हालाँकि ठाकरे ने एनआरसी को लागू करने से मना कर दिया था।

अब उपमुख्यमंत्री अजित पवार और शरद पवार के बीच इसको लेकर मतभेद देखने को मिल रही है। अजित पवार खुलकर सीएए के समर्थन में आ गए हैं, जबकि उनके चाचा शरद पवार इस कानून का विरोध कर रहे हैं। अजित पवार ने CAA, NRC और NPR के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पास करने की माँग को भी दरकिनार कर दिया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में बिहार की तरह सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ प्रस्ताव पारित करने की आवश्यकता नहीं है। मुंबई में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते उन्होंने कहा कि इस कानून से किसी को घबराने की कतई जरूरत नहीं है और जो लोग इसे लेकर भ्रम की स्थिति पैदा करने में लगे हैं, उनकी बातों में आने की जरूरत नहीं है।

अजित पवार ने कहा, ‘‘शरद पवार एवं अन्य नेताओं ने भरोसा दिलाया है कि महाराष्ट्र में किसी भी व्यक्ति को इससे किसी तरह की दिक्कत नहीं होगी। किसी की नागरिकता नहीं जाएगी।” गौरतलब है कि शरद पवार ने पिछले वर्ष दिसंबर में कहा था कि महाराष्ट्र को आठ अन्य राज्यों की ही तरह CAA को लागू करने से इनकार करना चाहिए।

एनसीपी नेता नवाब मलिक ने भी पिछले माह कहा था कि एनआरसी महाराष्ट्र में लागू नहीं होगा। वहीं कॉन्ग्रेस ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव लाने की माँग की थी। अब इसको लेकर चाचा-भतीजे के बीच राजनीतिक जंग छिड़ गई है। बता दें कि राजनीतिक रूप से शरद पवार और अजीत पवार के बीच मतभेद कई बार उजागर हो चुके हैं।

OpIndia is hiring! click to know more
Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

AFP-AL Jazeera ने मुर्शिदाबाद में मुस्लिम भीड़ की हिंसा को बताया ‘विरोध प्रदर्शन’, हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार को ढँकने की कोशिश

'अल जज़ीरा' और AFP जैसे विदेशी मीडिया पोर्टलों ने हिंसक मुस्लिम भीड़ का बचाव किया है। हिन्दुओं के खिलाफ हुई हिंसा को प्रदर्शन करार दिया।

कोर्ट के आदेश के 7 महीने बीते, लेकिन अब टूट नहीं पाई संजौली की मस्जिद: अवैध 3 मंजिलें गिराने का दिया गया था आदेश,...

स्थानीय निवासी राम लाल बताते हैं, "पिछले साल से सुन रहे हैं कि मस्जिद की मंजिलें टूटेंगी, लेकिन काम इतना धीमा है कि लगता है सालों लग जाएँगे।"
- विज्ञापन -