Thursday, May 15, 2025
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‘हम जिएँगे और मरेंगे, ऐ वतन तेरे लिए’: बलिदानी मुदस्सिर अहमद का आखिरी वीडियो, सच साबित कर गए गाने के बोल… पिता बोले – फख्र है

बलिदानी मुदस्सिर अहमद शेख के पिता कह रहे हैं कि बेटे की मौत पर आँसू बहाने की कोई जरूरत नहीं है, सब को उन पर गर्व है। मारे गए सभी आतंकी पाकिस्तान पोषित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के थे।

बारामूला में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में बलिदान हुए जम्मू कश्मीर पुलिस के मुदस्सिर अहमद शेख का आखिरी वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वो ‘हम जिएँगे और मरेंगे ऐ वतन तेरे लिए, दिल दिया है जान भी देंगे, ऐ वतन तेरे लिए’ गाने गाने पर एक्ट करते हुए दिख रहे हैं। हाथ में राइफल लेकर मुदस्सिर अहमद ने हँसते हुए ये वीडियो बनाया था। इसमें वो पुलिस ड्रेस में दिख रहे हैं। लोग उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए इस वीडियो को शेयर कर रहे हैं।

देशभक्ति गाने का ये वीडियो मुदस्सिर अहमद ने बलिदान होने से 3 दिन पहले बनाया था। वहीं उनके पिता ने अपने बेटे की वीरगति को प्राप्त होने पर गर्व जताया है। मक़सूद अहमद ने कहा कि उन्हें इस बात से बहुत ख़ुशी है कि उनके बेटे की वजह से 1000 लोगों की जान बच गई। उन्होंने कहा कि उनके बेटे की क़ुरबानी पर उन्हें बहुत फख्र है। उन्होंने कहा कि उन्हें पता है कि उनका बेटा वापस नहीं आएगा, लेकिन उन्हें इस बात का फख्र है कि उन्होंने लड़ते-लड़ते अपनी जान दे दी।

मुदस्सिर अहमद शेख के पिता ने कहा कि उनके बेटे ने देश के लिए अपनी जान दे दी, लेकिन आतंकवादियों को भागने नहीं दिया। बता दें कि बारामूला में हुए एनकाउंटर में तीन आतंकियों को मार गिराया गया। मुदस्सिर अहमद शेख ने इस एनकाउंटर से पहले अपने भाई से जूते खरीद लेने को और पैसे की चिंता न करने को कहा था। उन्होंने भाई को भेजे अपने इस आखिरी वॉइस मैसेज में बताया था कि वो एक ऑपरेशन में जा रहे हैं, तुम सब अपना ख्याल रखना और कल किसी भी वक्त फोन कर लेना।

बारामूला में ये मुठभेड़ बुधवार (25 मई, 2022) को हुई थी। उनके पिता कह रहे हैं कि बेटे की मौत पर आँसू बहाने की कोई जरूरत नहीं है, सब को उन पर गर्व है। मारे गए सभी आतंकी पाकिस्तान पोषित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के थे। स्पेशल पुलिस ऑफिसर मुदस्सिर अहमद शेख ‘इलीट पुलिस यूनिट’ के सदस्य थे। क्रीरी स्थित नजीभाट चेकपॉइंट पर ये गोलीबारी हुई। उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने उनके घर जाकर परिजनों से मुलाकात की। शेख को उनके साथी ‘बिंदास मुदस्सिर’ कह कर भी बुलाते थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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