झारखंड के धनबाद में शनिवार (26 अप्रैल 2025) की सुबह एंटी टेरेरिस्ट स्क्वाड (ATS) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 5 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू हुई, जिसमें 26 पर्यटकों की जान गई थी। ATS को खुफिया जानकारी मिली थी कि धनबाद के वासेपुर और आसपास के इलाकों में आतंकी संगठनों से जुड़े लोग सक्रिय हैं। इसके बाद ATS ने वासेपुर, भूली और गोविंदपुर समेत 15 जगहों पर एक साथ छापेमारी की।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, छापेमारी के दौरान हथियार, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, और प्रतिबंधित साहित्य बरामद हुआ। गिरफ्तार किए गए संदिग्धों में गुलफाम हसन, अयान जावेद, मो. शहजाद आलम, शबनम परवीन, यूसुफ और कौसर शामिल हैं। ATS के मुताबिक, ये लोग हिज्ब-उत-तहरीर, अलकायदा और ISIS जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े थे और डार्क वेब के जरिए संपर्क में थे।
बताया जा रहा है कि छापेमारी में दो पिस्तौल, 12 कारतूस, लैपटॉप, मोबाइल फोन, पेन ड्राइव और भड़काऊ मजहबी किताबें मिलीं। वासेपुर के नूरी मस्जिद और शमशेर नगर में सबसे ज्यादा सामान बरामद हुआ। ATS ने भूली के हारून राशिद के घर भी तलाशी ली, जहाँ दुबई में रहने वाले उसके 2 बेटों के बारे में जानकारी जुटाई गई। ATS के एसपी ऋषभ झा खुद इस ऑपरेशन को लीड कर रहे हैं। धनबाद पुलिस भी इस कार्रवाई में सहयोग कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, इन संदिग्धों के तार 2019 के पुलवामा हमले से भी जुड़ सकते हैं।
Dhanbad, Jharkhand: Four suspects, including a woman, have been arrested by the Jharkhand ATS who were associated with Hizb-ut-Tahrir, AQIS and ISIS. According to the ATS, they were involved in illegal arms trade and anti-national activities. The arrested have been identified as… pic.twitter.com/WKy9qLTIR1
— ANI (@ANI) April 26, 2025
बता दें कि हिज्ब-उत-तहरीर को भारत सरकार ने 10 अक्टूबर 2024 को UAPA के तहत प्रतिबंधित किया था। यह संगठन धार्मिक कट्टरता फैलाने और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल था। ATS की यह कार्रवाई पहलगाम हमले के बाद देश में बढ़ी सतर्कता का हिस्सा है। जाँच में पता चला कि ये लोग अवैध हथियारों का कारोबार और सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को भड़काने का काम कर रहे थे। धनबाद के डीएसपी नौशाद आलम भी भूली में कैंप कर रहे हैं, ताकि ऑपरेशन सुचारू रूप से चले।
पहलगाम हमले के बाद पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियाँ अलर्ट पर हैं। झारखंड में पहले भी आतंकी गतिविधियों के तार सामने आ चुके हैं। इस कार्रवाई से आतंकी नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। ATS अब इन संदिग्धों से पूछताछ कर रही है, ताकि उनके नेटवर्क और योजनाओं का खुलासा हो सके।