Thursday, April 25, 2024
Homeसोशल ट्रेंडबलात्कारी नहीं था मेरा भाई: गुरुग्राम में सुसाइड करने वाले 12वीं के छात्र मानव...

बलात्कारी नहीं था मेरा भाई: गुरुग्राम में सुसाइड करने वाले 12वीं के छात्र मानव सिंह के भाई ऋषि का इंस्टाग्राम पोस्ट

ऋषि सिंह ने कहा है कि सोशल मीडिया पर बदनामी लोगों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। सोशल मीडिया ने उसके भाई को रातोंरात बलात्कारी बना दिया। सोशल मीडिया ने मानव को उस अपराध का दोषी घोषित किया जो उसने किया ही नहीं था।

गुरुग्राम में 12वीं कक्षा के छात्र मानव सिंह ने मंगलवार को आत्महत्या कर ली थी। सोशल मीडिया पर एक लड़की द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाए जाने के बाद उसने यह कदम उठाया था। मानव के भाई ऋषि सिंह ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में अपने भाई को निर्दोष बताया है।

मानव का बचाव करते हुए उसने बताया है कि किस तरह के हालात ने उसके भाई को इस तरह का कदम उठाने को मजबूर किया। उसने अपील की है कि उसके भाई को एक ऐसे अपराध के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए जो उसने किया ही नहीं। साथ ही कहा है कि इस घटना का ‘बॉयज लॉकर रूम’ मामले से कोई लेना-देना नहीं है।

“मानव बलात्कारी नहीं था। वह मौत का हकदार नहीं था” कैप्शन के साथ लिखे पोस्ट के साथ उसने #justiceformanav, #stopdefaming, #slander, #falseaccusations वगैरह हैशटैग का इस्तेमाल किया है। ऋषि ने बताया है कि उसके भाई पर लड़की ने रेप और छेड़छाड़ का झूठा आरोप लगाया। यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उसका भाई इस दबाव को नहीं झेल पाया और उसने आत्महत्या कर ली।

ऋषि ने कहा कि जो सोशल मीडिया पोस्ट वायरल हुआ वह दो साल पहले हुई एक कथित घटना के बारे में था, जब मानव 14 या 15 साल का था। उन्होंने दावा किया कि आरोप लगाने वाली लड़की के पास इसके कोई सबूत नहीं थे।

ऋषि ने लिखा कि लड़की की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मानव को धमकी भरे कॉल और मैसेज आने लगे। मानव ने उस लड़की और उसके दोस्तों के सामने खुद को साबित करने की कोशिश की। लेकिन वह लगातार मिल रही धमकियों से नहीं निपट सकता था और यह मानता था कि उसकी बात नहीं सुनी जाएगी।

ऋषि ने यह भी आरोप लगाया कि मानव की आत्महत्या के बारे में सुनने के बाद उस लड़की ने एक और पोस्ट किया जिसमें यह कहा कि अगर “मानव दबाव नहीं सँभाल सकता तो यह उसकी गलती नहीं है।” उस लड़की को ज़रा भी अपनी गलती पर पछतावा नहीं है। उसने जो लिखा उससे न केवल एक छोटे बच्चे की मौत हो गई, बल्कि उसका परिवार तबाह हो गया।

ऋषि सिंह ने कहा है कि सोशल मीडिया पर बदनामी लोगों के मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। सोशल मीडिया ने उसके भाई को रातोंरात बलात्कारी बना दिया। सोशल मीडिया ने मानव को उस अपराध का दोषी घोषित किया जो उसने किया ही नहीं था। वह बलात्कारी नहीं है, उसे इस नाम से ना बुलाए। उसने लिखा है,”एक परिवार के तौर पर हम इस बात का सबूत हैं कि इंस्टाग्राम पर कहानी कैसे किसी की जिंदगी तबाह कर सकती है।”

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

इंदिरा गाँधी की 100% प्रॉपर्टी अपने बच्चों को दिलवाने के लिए राजीव गाँधी सरकार ने खत्म करवाया था ‘विरासत कर’… वरना सरकारी खजाने में...

विरासत कर देश में तीन दशकों तक था... मगर जब इंदिरा गाँधी की संपत्ति का हिस्सा बँटने की बारी आई तो इसे राजीव गाँधी सरकार में खत्म कर दिया गया।

जिस जज ने सुनाया ज्ञानवापी में सर्वे करने का फैसला, उन्हें फिर से धमकियाँ आनी शुरू: इस बार विदेशी नंबरों से आ रही कॉल,...

ज्ञानवापी पर फैसला देने वाले जज को कुछ समय से विदेशों से कॉलें आ रही हैं। उन्होंने इस संबंध में एसएसपी को पत्र लिखकर कंप्लेन की है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe