कॉन्ग्रेस के वरिष्ठ नेता व वायनाड से सांसद राहुल गाँधी ने सोमवार (30 अगस्त) को ट्विटर पर पैरा एथलीट सुमित अंतिल को टोक्यो पैरालिंपिक में जैवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक जीतने के लिए बधाई दी।
Congratulations to Sumit Antil for the #Gold .
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 30, 2021
The nation applauds your record-breaking grit and determination.
#TokyoParalympics pic.twitter.com/LJdKV0uxNz
राहुल ने ट्वीट के साथ अंतिल का जो फोटो लगाया है, उसे उन्होंने अपने एजेंडे के अनुसार क्रॉप किया है। दरअसल, उसमें अंतिल ने जो चेन पहनी हुई है, उसमें से उन्होंने ‘ओम’ को काट दिया है। यह उस दिन किया जाता है जब उन्होंने ‘डरा हुआ मुसलमान’ के नैरेटिव को आगे बढ़ाने के लिए नफरत भरे ‘हेट क्राइम’ का एक क्लिप साझा किया है। राहुल गाँधी खुद को कौल दत्तात्रेय गोत्र के ‘जनेउधारी ब्राह्मण’ और शिव भक्त के रूप में बताते रहे हैं।
हालाँकि, नेटिज़न्स ने अंतिल की फोटो शेयर करने में जरा भी देर नहीं लगाई। शेयर की गई फोटो में आप देख सकते हैं कि अंतिल ने ‘ओम’ वाली चेन पहनी हुई है।
Sorry folks,
— Prapti Buch (@p4prapti) August 30, 2021
Here’s the second part of the pic. pic.twitter.com/capVdsbdxo
कई लोगों ने पूरी तस्वीर भी शेयर की, जिसे भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा साझा किया गया था। इसमें ‘ओम’ पेंडेंट बहुत साफ़ दिखाई दे रहा था। राकेश कुमार नाम के यूजर ने राहुल गाँधी को टैग करते हुए कहा, ”फ़ोटो को तो क्रॉप कर लोगे, लेकिन हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ी व मेडल लाने वाले भी भगवान के और देश के भक्त हैं। इनके विचार, भावनाओं को क्रॉप नहीं कर सकते… हर जगह टुच्ची मानसिकता दिखानी जरूरी है क्या?”
@RahulGandhi फ़ोटो को तो क्रॉप कर लोगे लेकिन हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ी व मैडल लाने वाले भी भगवान के और देश के भक्त है, इनके विचार, भावनाओ को क्रॉप नही कर सकते… हर जगह टुच्ची मानसिकता दिखानी जरूरी है?#ParalympicsTokyo2020 #Paralympics https://t.co/mtqScQRHFB
— राकेश कुमार (@rakeshkumar212) August 30, 2021
लोगों ने उन पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गाँधी फोटो से ‘ओम’ को हटा सकते हैं, लेकिन वह एथलीटों के दिल से हिंदू धर्म नहीं निकाल पाएँगे।
Secularism khatre mye hye that is why Rahul Vinci Cropped OM symbol https://t.co/S2ld5copHf
— Shiv (@Subhaji31346370) August 30, 2021
कुछ लोगों ने यह भी कहा कि शायद राहुल गाँधी यह संदेश देना चाहते हैं कि ‘धर्मनिरपेक्षता’ खतरे में है और इसलिए ‘ओम’ को काट दिया।