Tuesday, November 26, 2024

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महात्मा गाँधी

अंग्रेजों की करेंसी पर भी अब दिखेंगे महात्मा गाँधी, वहाँ की मुद्रा में छपने वाले पहले (अश्वेत) व्यक्ति बने बापू

महात्मा गाँधी दुनिया के पहले ऐसे व्यक्ति (अश्वेत) बनने वाले हैं, जो ब्रिटिश मुद्रा में नज़र आएँगे। ब्रिटिश राज कोष विभाग ने इस ऐतिहासिक कदम...

महात्मा गाँधी की प्रतिमा को दंगाइयों ने किया खंडित: भारतीय दूतावास के समाने हुई घटना, जाँच में जुटी पुलिस

भारतीय दूतावास के बाहर महात्‍मा गाँधी की प्रतिमा को कुछ दंगाई लोगों द्वारा क्षति पहुँचाई गई। यूनाइटेड स्टेट्स पार्क पुलिस ने जाँच शुरू कर...

…जब जेल में महात्मा गाँधी का बेटा और नाथूराम गोडसे की हुई मुलाकात, और फिर लिखना पड़ा उन्हें एक पत्र

"महात्मा गाँधी के बेटे देवदास शायद इस उम्मीद में नाथूराम गोडसे से मिलने गए कि कोई डरावनी शक्ल वाला, खून का प्यासा कातिल दिखेगा, लेकिन..."

कोर्ट में बैठी जनता अगर न्याय करती तो गोडसे निर्दोष घोषित होते: याचिका की सुनवाई करने वाले जज खोसला

"गोडसे सिरफिरे इन्सान बिल्कुल भी नहीं थे। वो पुणे में रहते थे जहाँ देश विभाजन का कोई असर नहीं हुआ था। वो फिर भी गाँधी को मारने गए क्योंकि..."

महात्मा गाँधी किसी मस्जिद में गीता पाठ कर सकते हैं क्या? आखिर क्यों नाथूराम गोडसे ने पूछा था यह सवाल

नेहरू सरकार नाथूराम गोडसे के बहाने सावरकर पर निशाना साधना चाहती थी। गाँधीजी की हत्या के बाद इस प्रयास पर पानी फेरते हुए गोडसे ने...

सुखदेव थापर: जिनके भगत सिंह पर किए तंज ने क्रांतिकारियों को अमर बना दिया

सुखदेव थापर ने भगत सिंह पर एक लड़की को लेकर तंज करते हुए कहा कि कॉलेज की वो लड़की, जो तुम्हें देख कर मुस्कराया करती थी, तुम उसके इश्क में गिरफ्तार हो गए हो और......

शिक्षा के अधिकार की नींव रखने वाले गोपाल कृष्ण गोखले, जिन्होंने सदन से वाक आउट करना सिखाया

गोपाल कृष्ण गोखले ने अंग्रेजी सत्ता के नीचे रहकर एक ऐसे भारत का निर्माण किया जो विवेकशील था। जिसके भीतर उन्नत भविष्य का सपना पलता रहा।

‘सत्ता के लालच से कॉन्ग्रेस का वर्तमान धूमिल’ – बोस, जिन्होंने गाँधी-नेहरू को छोड़ फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की

कॉन्ग्रेसी नेता सत्ता लोलुप हो चुके थे। बोस ने इस कारण त्याग पत्र दे दिया और फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की। 1947 से 4 साल पहले ही देश को आजाद...

‘मुस्लिमों में भारतीयता का बहुत अभाव, वो इसका महत्व नहीं समझते’ – शहीद दिवस पर भगत सिंह का ‘कम चर्चा’ वाला वो लेख

"मुस्लिमों में भारतीयता का बहुत अभाव है। इसलिए वे सभी भारतीयता के महत्व को नहीं समझते हैं और अरबी एवं फारसी लिपि को पसंद करते हैं। पूरे भारत की एक भाषा होनी चाहिए और वह भी हिंदी। जिसे वे कभी नहीं समझते हैं, इसलिए वे अपनी उर्दू की प्रशंसा करते रहते हैं और एक तरफ बैठते हैं।"

4 दिन का वह विद्रोह जिससे हिल गए अंग्रेज, लेकिन हमने भुला दिया…

साल 1976। ​ब्रिटेन के प्रधानमंत्री क्लीमेंट एटली से एक इंटरव्यू में पूछा गया- भारत की आजादी में 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन की क्या भूमिका थी? एटली ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया- बहुत मामूली। एटली ने भारत छोड़ने की जो प्रमुख वजह बताई वह एक बिसरा दिया गया विद्रोह है।

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