Friday, May 17, 2024

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अटल बिहारी वाजपेयी

वाजपेयी के सेक्स पर शायरी: जिस अटल को विपक्षी भी करते प्रणाम, ‘घटिया’ शायर ने ठहाके के साथ उड़ाया था मजाक

"रंग चेहरे का ज़र्द कैसा है, आईना गर्द-गर्द कैसा है, काम घुटनों से जब लिया ही नहीं...फिर ये घुटनों में दर्द कैसा है" - राहत इंदौरी ने यह...

कंधार विमान हाइजैक: यात्रियों के बदले छोड़े गए 3 आतंकी आज कहॉं?

इस मामले में सीबीआई ने कुल 10 लोगों को आरोपित बनाया था, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ उसमें से 7 लोग (5 अपहरणकर्ता) फ़िलहाल पाकिस्तान में मौजूद हैं।

जनसंघ: ‘राष्ट्रवाद’ को आवाज देने वाला पहला राजनीतिक दल, जिसके कार्यकर्ता सीमा से सियासत तक डटे रहे

1962 में चीन और 1965 में पाकिस्तान के साथ युद्ध में जनसंघ और आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने सिविक और पुलिस ड्यूटी का किरदार निभाया था।

कॉन्ग्रेस नेता नगमा ने फैलाई फेक न्यूज, CAA विरोधी प्रदर्शनकारी अल्वी को बताया वाजपेयी की भतीजी

नगमा ने फेक न्यूज को हवा देते हुए बीजेपी सरकार की आलोचना करने वाली एक महिला को पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की भतीजी बताया।

‘लोकतंत्र की हत्या करने वाले कूड़ेदान में…’ – आपातकाल के बाद अटल बिहारी वाजपेयी का रामलीला मैदान वाला भाषण

"देश में जो कुछ हुआ, उसे केवल चुनाव नहीं कह सकते हैं। एक शांतिपूर्ण क्रांति हुई है, लोक शक्ति की लहर ने लोकतंत्र की हत्या करने वालों को..."

‘वहॉं नुकीले पत्थर निकले हैं… तो जमीन को समतल करना पड़ेगा, बैठने लायक करना पड़ेगा’

आज NRC और CAA पर जिस तरह भ्रम का माहौल बनाने की कोशिश हो रही। समुदाय विशेष को उकसाया जा रहा। ऐसा ही कभी अयोध्या में राम मंदिर को लेकर कॉन्ग्रेसियों और वामपंथियों ने किया था। तब संसद में वाजपेयी ने कहा था...

नेहरू समेत सभी पूर्ववर्ती PM से आगे निकले मोदी, गैर-कॉन्ग्रेसी PM मामले में नंबर-1: अगस्त में बनाए 4 रिकॉर्ड

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गैर-कॉन्ग्रेसी मूल के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले पहले भारतीय पीएम बन गए हैं। इसके पहले अटल बिहारी वाजपेयी...

भतीजी के साथ वाजपेयी और लिखा सच्ची मोहब्बत: कॉन्ग्रेस की रीना मिमरोत ने फिर की ओछी हरकत

जिस महिला के साथ वाजपेयी की तस्वीर को लेकर रीना मि​मरोत ने अशोभनीय टिप्पणी की, वह माला वाजपेयी तिवारी हैं।

मुस्लिम वैज्ञानिक ‘मेजर जनरल पृथ्वीराज’ और PM वाजपेयी ने रचा था इतिहास, सोनिया ने दी थी संयम की सलाह

...उसके बाद कई देशों ने प्रतिबन्ध लगाए। लेकिन वाजपेयी झुके नहीं और यही कारण है कि देश आज सुपर-पावर बनने की ओर अग्रसर है।

जब देशहित के लिए अपनी पहचान खो कर BJP का हुआ निर्माण: सावरकर से लेकर अटल-आडवाणी तक का इतिहास

जनसंघ की जड़ें RSS और अन्य धार्मिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रवादी आन्दोलनों और संगठनों से जुड़ी थीं। इसीलिए, भाजपा का इतिहास समझने के लिए हमें संघ के साथ-साथ आर्य समाज और हिन्दू महासभा के इतिहास को भी देखना पड़ेगा। आज के 'घर वापसी' अभियान को ही लें तो इसकी जड़ें आर्य समाज के शुद्धि आंदोलन में है।

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