पाकिस्तान FATF की ग्रे-लिस्ट में है, और उसके पास केवल अक्टूबर तक का समय है, वैश्विक समुदाय को यकीन दिलाने के लिए कि वह जिहाद के लिए पैसा देने वाले सभी स्रोतों पर लगाम लगा चुका है।
इन अकॉउंट्स से पोस्ट होने वाले ट्वीट में अधिकतर मानवाधिकारों का हनन करने वाली वीडियो और नागरिकों एवं सेना में होने वाला संघर्ष दिखाया जाता था। इनमें ज्यादातर ट्वीट अनुच्छेद 370 और कश्मीर से संबंधित थे।
फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉईज ने तीनों गायकों को अमेरिका में आयोजित होने वाले शो में न जाने की नसीहत दी है। क्योंकि उनका कहना है कि 17 नवंबर को होने वाला ये इवेंट मिस PAK-USA की ओर से आयोजित किया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह के अनुसार नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ के कई प्रयास हुए। इनमें से अधिकतर विफल कर दिए गए हैं। कुछ के घुसपैठ में सफल होने की आशंका जताते हुए कहा था कि उन्हें दबोचने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
नमृता के भाई विशाल जो कि खुद मेडिकल कंसलटेंट हैं का कहना है कि उसकी हत्या की गई है। विशाल ने कहा, मैंने नमृता की गर्दन पर तार के निशान देखे हैं। ऐसे ही निशान उसके हाथ पर थे। लेकिन उसकी दोस्त का कहना है कि नमृता के गले में दुपट्टा बॅंधा था।
अपने बयान में बलूच नेता ने बताया कि पाकिस्तानी फौज के सिपाहियों ने एक महीने के अंतराल में मरदान की एक महिला और ग्वादर की एक महिला के साथ दुष्कर्म किया है।
इस ट्वीट पर भारतीयों द्वारा भी उन्हें जमकर खरी खोटी सुनाई गई। उन्हें कहा गया कि उनके पास दिमाग बच्चों वाला है और पाकिस्तान ने उन्हें विज्ञान और तकनीक मंत्री बनाया हुआ है।
बताया जा रहा है कि भले ही टीम इस फैसले का खुलकर विरोध नहीं कर पा रही है, लेकिन उनके भीतर के स्वर मिस्बाह के ख़िलाफ़ ठीक वैसे ही आग बबूला हो रहे हैं, जैसे आर्टिकल 370 पर उनके मुल्क के नेताओं के स्वर!
इस हमले में कट्टरपंथी नेता मियाँ मिट्ठू का हाथ सामने आया था। उसने न सिर्फ़ मंदिर बल्कि स्कूल को भी नुक़सान पहुँचाया। मियाँ मिट्ठू के नेतृत्व में भीड़ ने पुलिस के सामने शिक्षक की पिटाई की, मंदिर में तोड़फोड़ और स्कूल को नुक़सान पहुँचाया।