इस रवैये के क्रम में महाराष्ट्र के कई विकास कार्यों को स्थगित कर दिया गया है। इनमें पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना का स्थगित होना भी शामिल है।
“विधानसभा चुनाव में हार के बाद पंकजा मुंडे आत्मनिरीक्षण कर रही हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि वह भाजपा छोड़ रही हैं। दुर्घटनावश बनी सरकार उनके बारे में निराधार खबरें फैला रही है।”
केंद्र सरकार 10 हज़ार करोड़ रूपए देगी जबकि गुजरात और महाराष्ट्र की राज्य सरकारों को इसके लिए सिर्फ 5 हज़ार करोड़ रूपए देना है, 81 फीसदी रकम जापान की एक कम्पनी वहन करेगी।
"ऐसी कोई बात नहीं हुई। ये पूरी तरह से झूठे दावे हैं। जब मैं पद पर था, मैंने कोई नीतिगत निर्णय नहीं लिया। इस तरह की कोई बात नहीं हुई थी। सरकार का वित्त विभाग ऐसे दावों की जाँच कर सकता है।"
भीमा-कोरेगॉंव हिंसा के आरोपितों की जमानत याचिका हाल ही में खारिज की गई थी। एनसीपी नेता का कहना है कि इस मामले में पिछली सरकार ने फर्जी मामले दर्ज किए थे। उन्होंने आरे मेट्रो मामले की तरह इससे जुड़े केस भी बंद करने को कहा है।
उद्धव ठाकरे ने बताया कि जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन कर के बधाई दी थी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों की समस्याएँ सुलझाने में महाराष्ट्र सरकार की मदद करनी चाहिए।
"मैं एक भाग्यशाली मुख्यमंत्री हूँ क्योंकि जिन्होंने मेरा विरोध किया वे अब मेरे साथ हैं। और जो मेरे साथ थे, वे अब विपरीत दिशा में बैठे हैं। मैं यहाँ अपनी क़िस्मत और लोगों के आशीर्वाद के साथ आया हूँ। मैंने कभी किसी को नहीं बताया कि मैं यहाँ आऊँगा, लेकिन मैं आ गया।"
नाना पटोले ने आरोप लगाया था कि एक बैठक के दौरान जब उन्होंने पीएम मोदी के सामने बढ़ते टैक्स और किसानों का मुद्दा उठाया तो उन्होंने कहा- 'शट अप'। पटोले ने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री गंभीर मुद्दों पर सवाल पूछने पर आग-बबूला हो जाते हैं।
"मैं सोनिया गाँधी के आशीर्वाद से मुख्यमंत्री बना था। आप सोनिया गाँधी की क़सम खा कर बने हैं। पर मैंने भी मोटाभाई का इगो हर्ट किया था। आप ने भी वही किया। सो, बंगलौर आइएगा। साथ मिल कर रोएँगे।"
अजित पवार के कदम को शरद पवार का मौन समर्थन हासिल था। उन्हें उम्मीद थी कि भाजपा आखिरकार उनकी मॉंगे मान लेगी। लेकिन, जब मोदी उनके दबाव में नहीं आए तो उन्होंने भतीजे को लौट आने का संदेश भिजवाया।