देश में कोरोना महामारी की शुरुआत के साथ ही संक्रमितों की संख्या के मामले में टॉप पर रहे महाराष्ट्र को पीछे ढकेल कर केरल इस मामले में टॉप पर पहुँच गया है।
अस्पताल में अंतिम श्रेणी के लोगों के लिए चार रिक्तियाँ थीं, जिसके लिए 100 लोगों को शॉर्टलिस्ट किया गया था। इसमें गिरफ्तार आरोपितों के परिवार वालों को तीन पोस्ट दी गई हैं।
केरल में सत्ताधारी सीपीएम ने ईसाई कार्यकर्ता पीटी गिल्बर्ट को पार्टी से निकाल दिया है। अपनी पत्नी और बेटे के जबरन धर्म परिवर्तन का विरोध करने के कारण उन पर यह कार्रवाई की है।
फ्रांसिस्कन क्राइस्ट कॉन्ग्रेगेशन (FCC) से सिस्टर लूसी कलापुरा को बर्खास्त करने के कुछ दिनों बाद उन्हें वेटिकन द्वारा तुच्छ आरोपों के मद्देनजर हटा दिया गया।
शफी वीडियो में कहता है, "क्या यह हिंसा है? नहीं। यह इस्लाम के अनुयायियों को याद दिलाने के लिए है कि मजहब छोड़ने का क्या परिणाम होता है और मौत के बाद उसके साथ कैसा बर्ताव किया जाएगा। वह नरक में जाएगा।"
सोशल मीडिया पर परिवार का एक पोस्ट वायरल हो गया, जिसमें उन्होंने आयशा सुल्ताना की आलोचना की थी। इसके बाद अलग-अलग नंबरों से धमकी भरे कॉल्स आने शुरू हो गए।
केरल के कोल्लम में 2306 संक्रमितों की मौत हुई जबकि आधिकारिक साइट पर ये डेटा केवल 710 का है। इसी तरह एर्नाकुलम में 2250 मौतें हुईं लेकिन ऑफिशियल आँकड़ा सिर्फ 1160 बताता है।