Sunday, November 24, 2024

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Liberal

‘स्टैचू ऑफ यूनिटी या ताजमहल?’ – स्टैचू ऑफ लिबर्टी से भी ज्यादा पर्यटकों के आँकड़े चिढ़ा रहे ध्रुव राठी को

यूट्यूब की जनता को एंगेज रखना है, खुद को वामपंथी ब्रिगेड की यूथ विंग का मुखिया साबित करना है तो यह सब करना ही पड़ेगा। सरकार को गाली...

कहीं दीप जले, कहीं… PM मोदी के ‘हर हर महादेव’ लिखने पर लिबरलों-वामियों ने दिखाया असली रंग

“जिस समय किसान अपने जीवन के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं, हमारे पीएम को ऐसी मनोरंजन वाली वीडियो शेयर करने में शर्म तक नहीं आ रही।”

सेक्युलर भारत से लेकर सांप्रदायिक सद्भाव के प्रतीक तक: टीना डाबी और अतहर की शादी पर कुछ यूँ कूदा था लिबरल गिरोह

यकीनन, शादी और तलाक नितांत निजी मसला है। लेकिन, टीना डाबी और अतहर ने जब शादी की थी, तब लिबरल गैंग ने ही इसे सार्वजनिक मसला बनाकर ज्ञान बाँचा था।

स्वरा भास्कर का नया कारनामा, अब मजहबी भीड़ द्वारा अमर जवान ज्योति को रौंदने वाली तस्वीर को बताया फोटोशॉप

"जिस दिन तुमने अमर जवान को अपने पैरों से मारा, तभी से मैं मुस्लिमों से नफरत करने लगा।" वहीं इस पोस्ट का जवाब देते हुए स्वरा ने सीधे शब्दों में लिखा, "घटिया फोटोशॉप"

डियर रेख्ता, हम अगर किसी त्योहार को ‘खून की नदी बहाने का त्योहार’ लिख दें तो सुलग जाएगी

रेख्ता ने एक पोस्टर के जरिए दिवाली और इससे जुड़े कुछ प्रचलित शब्दों को उर्दू शब्दकोश देने की कोशिश की और इसी बहाने इसमें मजहबी अजेंडा को साध लिया।

शिया विरोधी दंगों की खबर ट्वीट करने पर ट्विटर ने दिया भारतीय सम्पादक को ‘पाकिस्तानी कानून’ वाला नोटिस

ट्विटर ने दक्षिणपंथी पोर्टल 'ऑर्गनाइज़र' के संपादक प्रफुल्ल केतकर की एक रिपोर्ट पर यह कहते हुए आपत्ति जताई है कि यह पाकिस्तान के कानून का उलंघन करती है।

कपटी वामपंथियो, इस्लामी कट्टरपंथियो! हिन्दू त्योहार तुम्हारी कैम्पेनिंग का खलिहान नहीं है! बता रहे हैं, सुधर जाओ!

हिन्दुओ! अपनी सहिष्णुता को अपनी कमजोरी मत बनाओ। सहिष्णुता की सीमा होती है, पागल कुत्ते के साथ शयन नहीं किया जा सकता, भले ही तुम कितने ही बड़े पशुप्रेमी क्यों न हो।

‘पुलिस ने रसीदे लात-घूँसे-लप्पड़.. पीठ, एड़ियों पर दिए लाल निशान’: वामपंथी प्रोपेगेंडा वेबसाइट ‘कारवाँ’ का दावा

वामपंथी वेबसाइट 'कारवाँ' ने दावा किया है कि दिल्ली पुलिस ने उनके पत्रकार की जमकर पिटाई की, जिससे कि उसके चेहरे और पीठ पर लाल निशाँ पड़ गए

वामपंथी दौर में हिंदुओं की आवाज बुलंद करने वाले सीता राम गोयल, जिनकी किताबें आज भी हैं प्रामाणिक

सेकुलरिज्म और नरसंहारों को नकारने की तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग की आदत को वो अपने दौर में आड़े हाथों लेते रहे। उनका जन्म 16 अक्टूबर 1921 को हुआ था और आज उनकी जन्मतिथि भी है।

‘फेक टीआरपी स्कैम’ में चश्मदीद ने लिया इंडिया टुडे का नाम, कहा- मिलते हैं पैसे, ऑडियो टेप से रिपब्लिक TV ने किया खुलासा

एक और खुलासे के अनुसार, ऑडिट टीम ने पैनल के एक घर का दौरा किया था। जिसके बाद वहाँ रहने वालों ने बताया कि उन्हें इंडिया टुडे 2 घंटे ज्यादा देखने के लिए भुगतान किया जाता था।

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