बताया जा रहा है कि रिपब्लिक टीवी ने NDTV के संकेत को कुल ₹500 दिए हैं और उसका प्रूफ भी माँगा। उसी चक्कर में ब्लर कर के तस्वीर शेयर की गई है। ऐसा गुप्त सूत्रों ने बताया है।
उत्पाती युवक को पता था कि नीचे उन्हीं की सरकार है जिन्हें कोसने में उसने पिछले 5 साल बिताए हैं। अगले कई वर्षों तक भी यही व्यवस्था रहने वाली थी, ये भी उसे मालूम था।
एक समाज के तौर पर हम कहाँ जा रहे हैं? धरती घूम रही है और हम भी घूम रहे हैं। इसी धरती पर मोदी हमें घुमा रहा है। जबकि लेहरू जी द्वारा भारत को दिए गए विज्ञान की सौगात यही कहती है किसान को किसान ही रहने दो, उसको व्यापारी मत बनाओ।