महिला के खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए
उन लोगों ने सोशल मीडिया पर उसकी बीमारी के जरिए पैसा कमाने की युक्ति बनाई। इसके लिए उन्होंने ऑनलाइन अभियान भी चलाया।
केरल राज्य बोर्ड द्वारा छात्रों को बड़ी संख्या में 100 फीसदी मार्क्स देने की प्रवृत्ति की ओर इशारा करते हुए इसे 'मार्क्सवादी विचारधारा के प्रचार-प्रसार की सुचिंतित और सुनियोजित साजिश' बताया गया है।