ममता बनर्जी हर दिन पश्चिम बंगाल में हर बड़ी रैलियाँ कर रही हैं, लेकिन उसे ट्विटर पर साझा नहीं करतीं हैं, ताकि राजनीतिक रूप से सक्रीय लोगों के चुभचे सवालों से बच सकें और अपना लिबरल एजेंडा सेट कर सकें।
टीएमसी नेता के साथ ममता की बातचीत को पार्टी ने स्वीकार किया है कि रिकॉर्डिंग असली है। इस मामले में टीएमसी ने पश्चिम बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखकर भाजपा पर गैरकानूनी तरीके से कॉल रिकॉर्ड करने का आरोप लगाया है।
पश्चिम बंगाल में बढ़ती हिन्दुत्व की लहर, जो कि भाजपा की ही सहायता करने वाली है, के बाद भी डेरेक ओ’ब्रायन यही कहेंगे कि भाजपा से पहले पीएम मोदी और अमित शाह को हटाने की जरूरत है।
पिछले 3 दशकों से चुनावी और राजनीतिक हिंसा का दंश झेल रही बंगाल की जनता की ओर से CM ममता को सुरक्षा बलों का धन्यवाद करना चाहिए, लेकिन वो उनके खिलाफ जहर क्यों उगल रही हैं?
"मेरा बेटा चुनाव हिंसा में मारा गया, मगर ममता बनर्जी ने हमसे बात नहीं क्योंकि हम भाजपा समर्थक हैं। वह 14 अप्रैल को कूच बिहार आ रही हैं लेकिन अब हम उससे बात नहीं करना चाहते हैं।"
"ये क्या बनाई है भाई। मुझे तो ये केजरीवाल दिख रहा है।" उनके ट्वीट पर रिएक्शन देते हुए एक अन्य यूजर ने लिखा कि ये तो लंग्स के X-ray का प्रिंट आउट लग रहा है।
क्लबहाउस पर बातचीत में ‘स्वतंत्र पत्रकार’ साक्षी जोशी ने ममता बनर्जी की शौचालय की दिनचर्या के बारे में उनके चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से पूछताछ की।