मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में एक कॉन्ग्रेस प्रत्याशी केपी सिंह की हार से खुश हो कर एक बुजुर्ग ने मुंडन करवा लिया है। बुजुर्ग का कहना है कि उनका बदला पूरा हो गया है। यह घटना मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के सदर विधानसभा की है।
यहाँ शिवपुरी की पिछोर तहसील के जराय गाँव के रहने वाले गोविन्द सिंह लोधी ने कॉन्ग्रेस प्रत्याशी केपी सिंह उर्फ़ कक्का जू की हार पर अपना मुंडन करवाया है। केपी सिंह को भाजपा के देवेन्द्र कुमार जैन ‘पट्टे वाले’ ने शिकस्त दी है।
गोविन्द लोधी का कहना है कि उन्होंने प्रण ले रखा था कि जिस भी दिन केपी सिंह यहाँ से विधानसभा चुनाव हारेंगे और उनकी सत्ता खत्म होगी उस दिन वह अपना मुंडन करवाएँगे। इसके पीछे गोविन्द लोधी का एक डेढ़ दशक पुराना कटु अनुभव है, जिसके कारण उन्होंने यह प्रण लिया था।
दरअसल, 2008 में गोविन्द सिंह लोधी का एक सम्पत्ति से जुड़ा विवाद हो गया था। उनके भाई की आकस्मिक मृत्यु हो गई थी और उनकी जमीन एक महिला ने अपने नाम करवा ली थी। इसी सम्बन्ध में गोविन्द सिंह लोधी अपनी फ़रियाद स्थानीय विधायक केपी सिंह उर्फ़ कक्का जू के पास पहुँचे थे।
केपी सिंह ने गोविंद सिंह लोधी की समस्या नहीं सुनी और नाम पता पूछ कर भगा दिया। केपी सिंह ने गोविन्द सिंह लोधी को इस दौरान एक तमाचा भी जड़ दिया। इसी कारण से आहत गोविन्द सिंह लोधी ने तय किया था कि जब भी केपी सिंह हारा तो वह अपना सिर मुंडवाएँगे। इस बार जब ऐसा हुआ तो उन्होंने सिर मुंडवाकर अपनी खुशी जाहिर की।
केपी सिंह 6 बार से शिवपुरी जिले की ही पिछौर सीट विधायक थे। वह वर्ष 1993 से विधानसभा चुनाव जीत रहे थे। हालाँकि, इस बार के विधानसभा चुनावों में कॉन्ग्रेस ने उन्हें शिवपुरी सदर से टिकट दिया जहाँ वह भाजपा के देवेन्द्र जैन के हाथों चुनाव हार गए। देवेन्द्र जैन को इस विधानसभा चुनाव में 1.12 लाख वोट मिले जबकि केपी सिंह को मात्र 69,000 वोट ही मिले।
जिन केपी सिंह पर बुजुर्ग ने चाँटा मारने का आरोप लगाते हुए उनके हारने पर मुंडन करवाया है, वह पहले विवादित बयानों के कारण चर्चा में रह चुके हैं। उन्होंने सितम्बर 2023 में एक बयान में कहा था कि जिन महिलाओं के पति बूढ़े होते हैं उनके साथ सोने दूसरे मर्द आते हैं। उनके अपने पतियों से कुछ होता नहीं है। उनके इस बयान पर उनका काफी विरोध हुआ था, इसके बाद उन्होंने माफ़ी भी माँग ली थी।