Sunday, December 22, 2024
Homeराजनीतिजो भारत का है उसे रजिस्टर में अंकित होने में क्या समस्या है: NRC...

जो भारत का है उसे रजिस्टर में अंकित होने में क्या समस्या है: NRC के समर्थन में मुलायम की बहू

NRC के मुद्दे पर अपर्णा यादव और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की राय जुदा है। अखिलेश यादव ने NRC को डराने की राजनीति करार दिया है। उन्होंने कहा था कि अगर उत्तर प्रदेश में NRC की कार्रवाई की गई तो सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रदेश छोड़ना पड़ेगा।

समाजवादी पार्टी भले ही नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजनशिप (NRC) का विरोध कर रही है, लेकिन पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने एक बार फिर से पार्टी लाइन से हटकर नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजनशिप का समर्थन किया है।

उन्होंने ट्वीट कर NRC का समर्थन किया और साथ ही विरोध करने वालों पर भी सवाल उठाए हैं। अपने ट्वीट में अपर्णा यादव ने जामिया मिलिया, NRC बिल, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और 16 दिसंबर के हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए लिखा, “जो भारत का है उसे रजिस्टर में अंकित होने में क्या समस्या है?”

बता दें अपर्णा यादव समाजवादी पार्टी की सदस्य भी हैं और 2017 में पार्टी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुकी हैं। हालाँकि, NRC के मुद्दे पर अपर्णा यादव और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की राय जुदा है। अखिलेश यादव ने NRC को डराने की राजनीति करार दिया है। उन्होंने कहा था कि अगर उत्तर प्रदेश में NRC की कार्रवाई की गई तो सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रदेश छोड़ना पड़ेगा।

वैसे ये पहला मौका नहीं जब अपर्णा यादव ने मोदी सरकार के फैसले का खुला समर्थन किया हो। मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा ने तीन तलाक कानून पर भी अपनी अलग राय रखी थी। सपा ने जहाँ इस कानून का विरोध किया था, वहीं अपर्णा ने इसका स्वागत किया था। तीन तलाक विधेयक पर अपर्णा ने एक ट्वीट कर अपनी सहमति जताई थी। 

अपर्णा ने ट्वीट में लिखा था, “यह स्वागत योग्य कदम है। यह महिलाओं खासकर मुस्लिम महिलाओं को और मजबूती देगा। यह उन महिलाओं की तरफ ध्यान आकृष्ट करेगा जो लंबे समय से अन्याय सहती आ रही हैं।” इससे पहले अपर्णा यादव स्वच्छता अभियान आदि पर भी केंद्र सरकार का समर्थन कर चुकी हैं। यूपी में बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के कुछ दिन बाद ही अपर्णा और उनके पति प्रतीक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। इस मुलाकात की राजनीतिक गलियारों में खूब चर्चा हुई थी।

इससे पहले अपर्णा बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ एक इफ्तार पार्टी में भी नजर आई थीं। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी के साथ ली गई एक सेल्फी को शेयर करने के कारण भी अपर्णा काफी चर्चा में रही थीं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘गृहयुद्ध छेड़ना चाहते हैं राहुल गाँधी’: कॉन्ग्रेस नेता को 7 जनवरी को बरेली की कोर्ट में हाजिर होने का आदेश, सरकार बनने पर जाति...

राहुल गाँधी ने अपनी पार्टी का प्रचार करते हुए कहा था कि यदि कॉन्ग्रेस केंद्र में सरकार बनाती है, तो वह वित्तीय और संस्थागत सर्वेक्षण करेगी।

कानपुर में 120 मंदिर बंद मिले: जिन्होंने देवस्थल को बिरयानी की दुकान से लेकर बना दिया कूड़ाघर… वे अब कह रहे हमने कब्जा नहीं...

कानपुर की मेयर प्रमिला पांडेय ने एलान किया है कि सभी मंदिरों को कब्ज़ा मुक्त करवा के वहाँ विधि-विधान से पूजापाठ शुरू की जाएगी
- विज्ञापन -