Saturday, May 11, 2024
Homeदेश-समाजहैदराबाद विश्वविद्यालय में 'शाहीन बाग नाईट' का आयोजन करने वाले तीन छात्रों पर 15...

हैदराबाद विश्वविद्यालय में ‘शाहीन बाग नाईट’ का आयोजन करने वाले तीन छात्रों पर 15 हज़ार का जुर्माना

वहीं विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता का कहना है कि यह जुर्माना उन तीन छात्रों पर लगाया गया है, जिन्होंने यूनिवर्सिटी के नियमों का उल्लंघन किया, जिसके तहत रात 9 बजे के बाद कैंपस में पब्लिक स्पेस पर किसी भी तरह की मीटिंग और प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है।

हैदराबाद विश्वविद्यालय में कॉलेज छात्रों द्वारा ‘शाहीन बाग नाईट’ आयोजन करने पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने तीन छात्रों पर 15 हज़ार रुपए का जुर्माना लगाया है। साथ ही आरोप लगाया है कि छात्रों ने नियमों का उल्लंघन किया है और कॉलेज की दीवारों को भी गंदा किया है। प्रशासन ने नोटिस जारी करते हुए कहा है कि छात्र अपनी पढ़ाई पर ही ध्यान दें। वहीं कॉलेज प्रशासन द्वारा की गई इस कार्रवाई को लेकर छात्रसंघ ने कड़ी आपत्ति जताई है।

विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक आरोपित छात्रों ने 31 जनवरी को रात नौ बजे के बाद नॉर्थ शॉपिंग कॉम्पलेक्स में सीएए के विरोध में ‘शाहीन बाग नाईट’ का आयोजन बिना किसी अमुमति के किया था। इस दौरान छात्रों ने कैंपस की दीवारों को भी गंदा किया था। विश्वविद्यालय ने छात्रों द्वारा की गई इस अनुशासनहीनता को गंभीरता से लिया और 18 फरवरी को इस संबंध में छात्रों को एक नोटिस जारी कर दिया, जिसके तहत विश्वविद्यालय ने छात्र फसीह अहमद, सहाना प्रदीप और एएस एडिस्फो पर 5-5 हज़ार रुपए का यह जुर्माना लगाया है। इन तीनों छात्रों को 10 दिनों के अंदर यह जुर्माना भरना होगा।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपने आदेश में आगे छात्रों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि वह सचेत रहें और भविष्य में अपनी शिक्षा पर ध्यान दें। ऐसी घटनाओं को फिर से बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं छात्र संघ ने विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों पर की गई दंडात्मक कार्रवाई पर अपनी नाराजगी जताई है और विश्वविद्यालय प्रशासन से माँग की है कि वह छात्रों पर लगे जुर्माने को बिना शर्त वापस ले।

वहीं विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता का कहना है कि यह जुर्माना उन तीन छात्रों पर लगाया गया है, जिन्होंने यूनिवर्सिटी के नियमों का उल्लंघन किया, जिसके तहत रात 9 बजे के बाद कैंपस में पब्लिक स्पेस पर किसी भी तरह की मीटिंग और प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं है। इसके उलट यह आयोजन रात 9 बजे शुरू होकर देर रात 2.30 बजे तक चलता रहा।

आपको बता दें कि पिछले करीब दो महीने से दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए के ख़िलाफ महिलाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है। वहीं इस धरने की तरह ही देश के कई हिस्सों में सीएए को लेकर लोगों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है, जिसमें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और अलीगढ़ के शाहजमाल में चल रहा महिलाओं का धरना भी कुछ इसी तरह है।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘चुनाव कर्मचारियों और मतदाताओं को हतोत्साहित करने वाला बयान’: वोटर टर्नआउट पर ECI ने कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लताड़ा, कहा – ये गैर-जिम्मेदाराना

चुनाव आयोग ने बताया है कि 1961 के नियमों के अनुसार, हर एक पोलिंग एजेंट को प्रत्येक EVM के मतदान के आँकड़े साझा किए जाते हैं, कॉन्ग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों के पास भी ये आँकड़े मौजूद हैं।

मी लॉर्ड! ये ‘दरियादिली’ कहीं गले की हड्डी न बन जाए, अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत ने बताया न्यायिक सुधार अविलंब क्यों जरूरी

अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने के बाद जेल में बंद अन्य आरोपित भी अपने लिए इसी आधार पर जमानत की माँग कर सकते हैं।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -