Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजसभी यात्री ट्रेनें 31 मार्च तक बंद, दिल्ली मेट्रो भी ठप्प: जो खुल चुकी...

सभी यात्री ट्रेनें 31 मार्च तक बंद, दिल्ली मेट्रो भी ठप्प: जो खुल चुकी हैं, वो पहुँचाएगी आपको गंतव्य तक

रेल मंत्रालय ने कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर अप्रत्याशित फैसला लेते हुए 31 मार्च तक सभी तरह की यात्री ट्रेन सर्विसेज़ को सस्पेंड कर दिया है।

भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या आज (रविवार, 22 मार्च, 2020 तक) बढ़कर 341 पहुँच गई है। कोरोना मरीजों की इस बढ़ती संख्या और इसके फैलाव को देखते हुए भारतीय रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। रेल मंत्रालय ने कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर अप्रत्याशित फैसला लेते हुए 31 मार्च तक सभी तरह की यात्री ट्रेन सर्विसेज़ को सस्पेंड कर दिया है। अर्थात 31 मार्च तक देश में यात्री ट्रेनें पूरी तरह बंद रहेंगीं, इसमें मेल, सुपरफास्ट और पैसेंजर सभी प्रकार की ट्रेनें शामिल हैं। इस दौरान केवल मालगाड़ी ही चलेंगी और जो यात्री ट्रेनें अपने सोर्स स्टेशनों से गंतव्य की ओर रवाना हो चुकी हैं वे सभी अपनी अपनी यात्रा पूरी कर गंतव्य स्टेशनों पर ही हॉल्ट करेंगीं। इस दौरान इन ट्रेनों में सफर कर रहे यात्रियों का सफर के दौरान और उनके गंतव्य स्टेशनों पर समुचित ख्याल रखा जाएगा।

ध्यान रहे कि भारतीय रेलें यात्रियों से खचाखच भरी होने और अपनी क्षमता से कई गुने यात्री ढोने के लिए विश्व विख्यात हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण का इनके जरिए होते आवागमन के कारण कई गुना बढ़ जाने का खतरा था, जिसको देखते हुए रेलवे मंत्रालय ने यह कदम उठाया। इस बीच देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते मरीजों की संख्या को देखते हुए भारतीय रेलवे मंत्रालय के साथ ही दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने भी बड़ा कदम उठाते हुए दिल्ली मेट्रो का परिचालन 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया है। दिल्ली मेट्रो ने यह कदम आज रविवार को हुई बैठक में लिया।

इसके पहले डीएमआरसी ने निर्णय लिया था कि रविवार को जनता कर्फ्यू के दौरान मेट्रो की बंदी के बाद वाले दिनों में मेट्रो केवल सुबह और शाम चलेगी। याद रहे कि भारत में अब तक 341 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें से 7 की मौत हो चुकी है। इन संक्रमित मरीजों में 41 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।


Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -