कोरोना को लेकर लोगों के मन में व्यापक स्तर पर डर बसा हुआ है। लोग खुद को इससे बचाने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रहे हैं। लोगों की कोशिश है कि उन्हें जिन लोगो में इस बीमारी के लक्षण दिखाई दें, वे उससे दूरी बनाएँ और उसकी सूचना फौरन प्रशासन को दें। अब हालाँकि, जागरूकता अभियान के कारण कई जगहों पर लोग इसका अनुसरण कर रहे हैं। लेकिन बिहार के सीतामढ़ी में जागरूक होने के कारण एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। घटना सीतामढ़ी जिले रुन्नीसैदपुर थाना के मधौल गाँव में घटी। यहाँ कोरोना के संदिग्धों की सूचना प्रशासन को देने के कारण एक युवक को मार डाला गया।
न्यूज18 की खबर के अनुसार, आरोपित पक्ष युवक से सिर्फ इसलिए नाराज था क्योंकि उसने उनके कोरोना वायरस से संक्रमित संदिग्ध होने की सूचना मेडिकल हेल्पलाइन नंबर पर दे दी थी। बता दें कि युवक ने महाराष्ट्र से लौटे दो लोगों के कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज होने की सूचना दी थी। जिसके बाद मेडिकल टीम गाँव में पहुँचकर दोनों युवकों को जाँच के लिए ले गए। लेकिन कोरोना वायरस की पुष्टि नहीं होने पर दोनोंं को रिहा कर दिया गया।
बिहार के सीतामढ़ी जिले में कोरोना वायरस के संदिग्ध की जानकारी देने पर एक युवक को अपनी जान गंवानी पड़ी.https://t.co/txQ8j6IYDO
— News18Hindi (@HindiNews18) March 30, 2020
अब घर पहुँचते ही दोनों युवकों ने सुरक्षा लिहाज से की गई इस जाँच को शान में गुस्ताखी समझ लिया और अपने परिवार के सदस्यों के साथ लड़के के घर पर पहुँच गए। दोनों ने परिजनों के साथ मिलकर युवक को खूब मारा और उसे पीट-पीटकर जख्मी कर दिया।
गंभीर हालत देखकर उसे रुन्नीसैदपुर पीएचसी में भर्ती कराया गया। लेकिन वहाँ भी उसका इलाज संभव नहीं हुआ। जिसके बाद उसे मुजफ्फपुर रेफर कर दिया गया। मुजफ्फरपुर एसकेएमसीएच में ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान बबलू कुमार के रूप में हुई।
मृतक के घरवालों ने इस मामले में मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने में पुलिस को अपना बयान दर्ज करवा दिया है। पोस्टमॉर्टम के बाद बबलू का शव उन्हें सौंपा जाएगा। मृतक के भाई गुड्डू के बयान पर पुलिस ने गाँव के ठगा महतो, सुधीर कुमार, विकास महतो, मदन महतो, दीपक कुमार और मुन्ना महतो को अभियुक्त बनाया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दो आरोपितों सुधीर महतो और मुन्ना महतो को गिरफ्तार कर लिया है। अब इन पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।