हाल ही में मध्य प्रदेश के चित्रकूट में दो जुड़वा बच्चों के अपहरण और हत्या की ख़बर सामने आई थी। इस घटना को अभी 20 दिन भी नहीं बीते थे कि सतना में 5 साल के एक मासूम की हत्या ने फिर से सबको हिला कर रख दिया।
बुधवार (मार्च 12, 2019) की दोपहर सतना ज़िले नागौद थाना इलाक़े के रहिकवारा में 5 वर्षीय मासूम शिवकांत प्रजापति अपने घर के बाहर खेल रहा था, जब उसके चाचा ने ही उसका अपहरण कर उसके दो टुकड़े कर दिए। हत्या के बाद आरोपित ने बच्चे को डालडा के डिब्बे में डालकर उसे बोरी में बांधकर गाँव के पोखर में फेंक दिया।
इस निर्मम हत्या के बाद आरोपित ने पुलिस को गुमराह करने के लिए सुदहा सड़क से गुजर रही एक महिला का फोन लेकर मृतक के दूसरे चाचा से ₹2 लाख की फिरौती की माँग की। बच्चे की अपहरण से घबराए परिवार वालों ने नागौद पुलिस को पूरी घटना के बारे में सूचित किया, जिसके तुरंत बाद पुलिस हरक़त में आ गई।
सिम की जानकारी और लोकेशन के आधार पर पहले तो दुकानदार को हिरासत में लिया गया। दुकानदार से कड़ी पूछताछ के बाद महिला का नाम पता चला उसके बाद महिला से भी कड़ाई से पूछताछ की गई। कुछ देर बाद महिला ने स्वीकार किया कि एक राह चलते व्यक्ति ने कुछ समय के लिए महिला का फोन माँगा था क्योंकि उसे किसी से ज़रूरी बात करनी थी।
जानकारी प्राप्त होने के साथ ही पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह अपनी टीम बनाकर बच्चे की तलाश में जुट गए। नदी नाले के सर्चिंग के साथ ही पारिवारिक रंजिश वाले एंगल को खंगालते हुए 4-5 लोगों को (जिनपर संदेह था) पकड़कर पूछताछ शुरू हुई, साथ ही डॉग स्कॉट भी सक्रिय हुआ।
छानबीन के दौरान बच्चे के चाचा अनुताप पर शक़ की सुई ठहरने लगी। जब सख़्ती से पूछताछ हुई तो उसने अपना जुर्म स्वीकारते हुए बच्चे के शव के बारे में बताया।
एक बार फिर अपनों की रंजिशों के चलते एक मासूम को अपनी ज़िंदगी गँवानी पड़ी। इस घटना ने गाँव में तनावपूर्ण स्थिति को जन्म दे दिया है। पहले दो जुड़वा बच्चों की निर्मम हत्या और अब 5 साल के मासूम का ऐसा क़त्ल झकझोर देने वाला है।