Thursday, May 2, 2024
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अमेरिका में सिख की रेस्टोरेंट पर हमला कर उपद्रवियों ने मचाया उत्पात, देवी मूर्ति तोड़ने के साथ किया ₹75.6 लाख का नुकसान

रंगभेदी उपद्रवियों ने इस बीच रेस्टोरेंट में रखे सभी टेबलों को पलट दिया। दुकान में सामने रखे डेस्क को तोड़ दिया और रसोई को भी पूरी तरह नष्ट कर दिया। बलजीत कहते हैं, “मैं जब किचन में गया। मैनें वहाँ सब देखा। मैंने उन्हें कहा- रुको, ये सब क्या कर रहे हो?”

अमेरिका के न्यू मेक्सिको के संता फे सिटी नगर में एक अमेरिकन सिख की दुकान पर रंगभेदी समूह के लोगों ने दिनदहाड़े हमला बोला और लाखों का नुकसान करके वहाँ से चले गए।

रेस्टोरेंट के मालिक बलजीत सिंह ने बताया कि इन सबके कारण उनका करीब 75.6 लाख रुपयों का नुकसान हुआ। अब स्थानीय पुलिस और संघीय जाँच ब्यूरो (FBI) मिलकर इसकी जाँच कर रहे हैं।

इस हमले के दौरान रंगभेदी समूह के लोगों ने बलजीत की दुकान के अंदर तरह-तरह के स्लोगन भी लिखे। जैसे-  ‘white power’, ‘Trump 2020’, ‘F**K ISIS’, and ‘go home’ आदि। 

वहाँ के एक स्थानीय अखबार के अनुसार, उपद्रवियों ने इस बीच रेस्टोरेंट में रखे सभी टेबलों को पलट दिया। दुकान में सामने रखे डेस्क को तोड़ दिया और रसोई को भी पूरी तरह नष्ट कर दिया। बलजीत कहते हैं, “मैं जब किचन में गया। मैनें वहाँ सब देखा। मैंने उन्हें कहा- रुको, ये सब क्या कर रहे हो?”

यहाँ बता दें कोविड-19 के चलते अमेरिका में बलजीत का रेस्टोरेंट काफी समय से बंद पड़ा हुआ था। अभी हाल में उन्होंने इसे दोबारा शुरू किया। लेकिन रेस्टोरेंट चालू होते ही ये सब हो गया। खबरों की मानें तो उपद्रव के दौरान दुकान में लगे शीशे भी चकनाचूर किए गए। वाइन रैक को भी खाली किया गया और दुकान में रखी देवी की प्रतिमा का सिर भी तोड़ दिया गया। इतना ही नहीं, उपद्रवी जाते-जाते अपने साथ कम्प्यूटर भी ले गए।

इस घटना के बाद अब एक गैर-लाभकारी नागरिक अधिकार संगठन, सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड (SALDEF) ने इस मामले के संबंध में बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने इस घटना की निंदा की।

SALDEF बोर्ड के सदस्य सिमरन सिंह ने कहा, “संता फ़े एक शांतिपूर्ण शहर है, और सिख समुदाय 60 के दशक से, यहाँ खूबसूरती से एकीकृत होकर रह रहे हैं।”

वहीं, SALDEF की कार्यकारी निदेशक किरण कौर गिल ने कहा कि नफरत और हिंसा की ऐसी घटनाएँ अस्वीकार्य हैं।

white supremacist

उल्लेखनीय है कि ये पहली बार नहीं जब सिखों को उनकी पगड़ी के कारण इस्लामिक या इरानी समझ लिया गया हो। इससे पहले यूएस में ऐसी घटनाएँ 9/11 के बाद सामने आई थी जब परिधान आदि देखकर सिखों का शोषण हुआ था। इसके अलावा 29 अप्रैल को अमेरिकन सिख लखवंत सिंह पर कोलोराडो के लेकवुड में भी बुरी तरह हमला करके देश छोड़कर जाने को कहा गया था।

इस हालिया मामले के संबंध में गवर्नर मिशेल लुजान ग्रिशम ने एक बयान जारी कर इस घटना की निंदा की है। एक ट्वीट में उन्होंने कहा, “हम न्यू मैक्सिको में इस तरह की नफरत को नहीं बढ़ने देंगे।” उन्होंने कहा कि उन्होंने बलजीत सिंह से बात की थी और उन्हें ये बताया था कि हमारा समुदाय उनके साथ है।

मेयर एलन वेबर ने इस पूरे वाकए को “घटिया और भयावह” घृणा अपराध कहा । उन्होंने उपयुक्त कानून के तहत दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सिंह लोग यहाँ पर एक लंबे समय से सिख परिवार हैं, जिन्होंने अपने संसाधनों की मदद से संता के कई बेघरों का पेट भरा। उनके लिए इस प्रकार का हमला हमारे दिल को तोड़ देता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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