एक और जहाँ गाँधी परिवार जमीन घोटाले में अपने नाम मीडिया में आने के कारण परेशान चल रहा है, वहीं दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने आज एक बयान दिया है, जिसके कारण कॉन्ग्रेस में बवंडर मच सकता है। पुलवामा आतंकी हमले के बाद से कॉन्ग्रेस लगातार ये माहौल बनाने के प्रयास कर रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आतंकवाद पर ठीक तरह से कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।
बृहस्पतिवार (मार्च 14, 2019) को एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में शीला दीक्षित ने स्वीकार करते हुए कहा कि मनमोहन सिंह आतंकवाद से लड़ने में उतने कठोर नहीं थे, जितने कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। हालाँकि, शीला दीक्षित ने यह भी कहा है कि नरेंद्र मोदी के ज्यादातर काम राजनीति से प्रेरित होने के साथ ही राजनीतिक लाभ उठाने के लिए होते हैं। इस बयान के सामने आने के बाद शीला दीक्षित ने सफाई देते हुए कहा है, “मनमोहन सिंह का आतंकवाद को लेकर उतना कड़ा कदम नहीं होता, जितना कि पीएम मोदी उठाते हैं। अगर मेरे बयान को किसी दूसरी तरह पेश किया जा रहा है तो मैं कुछ नहीं कह सकती।”
पूर्व CM शीला दीक्षित ने स्वीकारा, ‘आतंक के खिलाफ मोदी जितने सख्त नहीं थे मनमोहन’https://t.co/A8JG2A0iiC
— Zee News Hindi (@ZeeNewsHindi) March 14, 2019
दिल्ली कॉन्ग्रेस प्रमुख शीला दीक्षित ने स्वीकार किया कि 26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की प्रतिक्रिया, पुलवामा आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह मजबूत और दृढ़ नहीं थी।
शीला दीक्षित के इस बयान के बाद दिल्ली मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल, जिन्हें आजकल सोशल मीडिया पर आत्ममुग्ध बौने के नाम से भी ‘वायरल’ किया जा रहा है, तुरंत एक्शन में आ गए हैं। उन्होंने शीला दीक्षित के इस बयान पर ट्वीट करते हुए कहा, “शीला जी का ये बयान वाक़ई चौंकाने वाला है। भाजपा और कॉन्ग्रेस में कुछ तो खिचड़ी पक रही है।” वहीं मनीष सिसोदिया ने भी ट्वीट में लिखा है, “हम तो पहले से ही कह रहे थे कि इस बार कॉन्ग्रेस, मोदी जी को दोबारा पीएम बनाने पर काम कर रही है।”
शीला जी का ये बयान वाक़ई चौंकाने वाला है। भाजपा और कांग्रेस में कुछ तो खिचड़ी पक रही है। https://t.co/faReHmwWjQ
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 14, 2019
इन सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि इस सब जानकारी के बाद भी केजरीवाल लगातार हर दूसरे दिन कॉन्ग्रेस के सामने गिड़गिड़ाते हुए गठबंधन की भीख माँग रहे हैं। इसी कड़ी में आज हरियाणा कॉन्ग्रेस प्रमुख ने भी केजरीवाल की गठबंधन की पेशकश को लगभग रद्द कर दिया है।