उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में 19 साल की दलित लड़की की हत्या के मामले में पीड़िता के गाँव के मुखिया ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। ग्राम प्रधान ने आरोप लगाया है कि पीड़िता और मुख्य आरोपित फोन पर लगातार संपर्क में थे।
उन्होंने यह भी कहा कि पीड़िता के परिवार ने उनके कथित संबंध पर आपत्ति जताई थी। ग्राम प्रधान के अनुसार, आरोपित खुद पीड़िता को सेल फोन देने गया था। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि पीड़िता पर उसके परिवार द्वारा हमला किया गया था, जिससे उसे गंभीर चोटें आई थीं।
ग्राम प्रधान के अनुसार, “हिंदू धर्म में कोई भी इस तरह के अनैतिक और आपराधिक कृत्य (सामूहिक बलात्कार) नहीं कर सकता है। यदि आरोपित दोषी हैं तो उन्हें फाँसी दें, लेकिन पहले उन्हें दोषी साबित करें। हर कोई परीक्षण (नार्को टेस्ट) के लिए तैयार है। एक व्यक्ति को दूसरों के अपराधों के लिए दंडित नहीं किया जाना चाहिए, जैसा इस मामले में हो रहा है। पीड़िता का परिवार उसके रिश्ते को पसंद नहीं करता था। लड़का उससे मिलने आया था, जिसे उसके परिवार ने उसे देख लिया। इसके बाद वो अपनी बेटी से नाराज हो गए और उन्होंने उसकी पिटाई कर दी।”
‘लड़की ने लड़के को बाजरे के खेत में बुलाया होगा क्योंकि प्रेम प्रसंग था’
वहीं भाजपा नेता का बयान भी विवाद का विषय बन चुका है। बाराबंकी नगर पालिका परिषद नवाबगंज के चेयरमैन और बीजेपी नेता रंजीत श्रीवास्तव ने अपने विवादित बयान में कहा है कि ये सारी मरी हुई लड़कियाँ बाजरे, मक्के, गन्ने और अरहर के खेत में ही क्यों मिलती हैं? ये लड़कियाँ धान या गेहूँ के खेत में क्यों पड़ी नहीं मिलतीं?
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में रंजीत श्रीवास्तव ने हाथरस कांड की पीड़िता का जिक्र करते हुए कहा, “लड़की ने लड़के को बाजरे के खेत में बुलाया होगा क्योंकि प्रेम प्रसंग था। ये सब बातें सोशल मीडिया पर हैं और चैनलों पर भी हैं। ये इस तरह की जितनी लड़कियाँ मरती हैं ये कुछ ही जगहों पर पाई जाती हैं। ये (लड़कियाँ) गन्ने के खेत में पाई जाती हैं, अरहर के खेत में पाई जाती हैं, मक्के के खेत में पाई जाती हैं, बाजरे के खेत में पाई जाती हैं। ये नाले में पाई जाती हैं, झाड़ियों में पाई जाती हैं। ये जंगल में पाई जाती हैं।”
गौरतलब है कि इससे पहले भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने हाथरस पीड़िता के भाई से पूछताछ की माँग की थी। उन्होंने कहा था कि आरोपित और पीड़ित परिवार के बीच कई फोन कॉल हुए। 19 वर्षीय पीड़िता का भाई कथित तौर पर आरोपित के संपर्क में था। पीड़िता के कॉल विवरण से भी यही खुलासा हुआ है कि पीड़िता और आरोपित के बीच लगातार फोन पर बातें हुईं थीं। अमित मालवीय ने कहा कि यह मामला आपसी रंजिश का परिणाम हो सकता है। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों की उचित जाँच के बाद ही बातचीत का स्वरूप सामने आ पाएगा।