उत्तर प्रदेश के कथित बाहुबलियों पर हो रही कार्रवाई के क्रम में अतीक अहमद के कई बैंक खातों को सीज कर दिया गया है। प्रयागराज डेवलपमेंट अथॉरिटी (PDA) द्वारा पूर्व सांसद की 200 करोड़ रुपए से भी अधिक की सम्पत्तियों को नेस्तनाबूत किए जाने के बाद अब जिला प्रशासन उसके 11 बैंक खातों को कुर्क करने की कार्रवाई में जुट गया है। बैंकों को पत्र भेज कर इन खातों को सीज किया जाएगा और उसमें पड़े रुपए भी जब्त होंगे।
प्रयागराज के डीएम ने गैंगस्टर एक्ट के तहत ये कार्रवाई करने का आदेश दिया है। शुक्रवार (अक्टूबर 30, 2020) तक इन बैंक खातों की जब्ती की प्रक्रिया पूरी कर के डीएम को रिपोर्ट भेजी जानी है। उसने कई शहरों के कई बैंकों में खाते खुलवा रखे थे। मौजूदा बैंक खातों में से 7 प्रयागराज में, 2 नई दिल्ली में और 2 बलरामपुर में हैं। दिल्ली पार्लियामेंट हाउस की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच और लखनऊ सचिवालय के बैंक अकाउंट की जब्ती की कार्रवाई पहले ही की जा चुकी है।
वहीं उसकी एक और संपत्ति की कुर्की की प्रक्रिया पूरी की गई है। शनिवार को अतीक अहमद के 450 वर्ग गज के एक प्लॉट को जब्त कर लिया गया। शहर के धूमनगंज थाना क्षेत्र के नीम सरांय कालोनी में प्रयागराज कानपुर हाईवे पर स्थित इस प्लॉट की कीमत 4.5 करोड़ रुपए है। प्रशासन ने अपनी जाँच में पाया है कि अतीक अहमद ने अपनी अवैध कमाई से इसे बनवाया था। इस जगह को सरकारी कब्जे में लेकर यहाँ सरकार का बोर्ड लगा दिया गया है।
अतीक अहमद के प्रयागराज में सात, नई दिल्ली में दो जबकि बलरामपुर जनपद में भिओ दो बैंक खाते है. दिल्ली संसद भवन की एसबीआई शाखा और लखनऊ सचिवालय के बैंक खातों को पहले ही कुर्क किया जा चुका है.https://t.co/QyRGol4Loy
— News18 Uttar Pradesh (@News18UP) October 25, 2020
‘Zee News’ की खबर में दिए गए आँकड़ों के अनुसार, अतीक अहमद की अब तक 200 करोड़ रुपए से अधिक की सम्पत्तियों को जब्त किया जा चुका है। इसके साथ ही उसके कई गुर्गों के खिलाफ भी ऐसी ही कार्रवाई की गई है। उसके गुर्गों की 50 करोड़ रुपए की संपत्ति पर बुलडोजर चला है। इस तरह से कुल आँकड़ा 250 करोड़ रुपए हो जाता है। अभी कार्रवाई रुकी नहीं है और उसकी और सम्पत्तियों को नेस्तनाबूत किया जाना है।
हाल ही में पंजाब के जेल में बंद विधायक मुख़्तार अंसारी के करीबी आजम कादरी के गाजीपुर स्थित अस्पताल सहित अवैध सम्पत्तियों को ध्वस्त किया गया। वहाँ स्थित उसकी ‘शम्म-ए-हुसैनी हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर’ अस्पताल को बुलडोजर की मदद से धूल में मिला दिया गया, जो अवैध रूप से कब्ज़ा की गई ज़मीन पर बनी हुई थी। मुख़्तार अंसारी के करीबी आजम ने हमीद सेतु के पास व गंगा के ठीक किनारे इस अस्पताल को बनवाया हुआ था।