दिल्ली के बेगमपुर में निकाह से मना करने पर नीतू नाम की 17 वर्षीय लड़की की हत्या करने वाले लईक खान को पुलिस ने धर-दबोचने में कामयाबी पाई है। नाबालिग की हत्या के आरोपित को उत्तर प्रदेश के हरदोई से गिरफ्तार किया गया। लईक खान मृतका के परिवार का कभी विश्वासपात्र हुआ करता था, लेकिन कुछ दिन पहले उसने नीतू को जबरन निकाह से इनकार करने पर मौत के घाट उतारने की धमकी दी थी।
शुक्रवार (फरवरी 19, 2021) को वो नीतू के घर पहुँचा और उसके कजन कौशल को चिकेन खरीदने के लिए बाजार भेज दिया। जब कौशल वापस आया तो उसने देखा कि लईक खान घर में ताला लगा रहा है और उसके हाथ में हथौड़ा है। इसके बाद वो भाग खड़ा हुआ। पुलिस ने घटना के 3 दिन बाद उसे गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है। नीतू के सिर और चेहरे पर उस हथौड़े से कम से कम 12 बार वार किया गया था।
घटनास्थल पर ही नीतू की तुरंत ही मौत हो गई थी। रोहिणी के DCP पीके मिश्र ने कहा कि हरदोई में उसका मूल निवास है, जहाँ पुलिस की 4 टीमों को कैम्पिंग के लिए लगाया गया था। सोमवार को जैसे ही वो दिखा, उसे दबोच लिया गया। फिर आधी रात को लेकर पुलिस दिल्ली लेकर आई। हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार की बरामदगी के लिए प्रयास जारी है। लईक खान दिल्ली से बाइक से भागा था।
इसके बाद वो अपने एक रिश्तेदार के घर चला गया, लेकिन उक्त रिश्तेदार ने उसे अपने घर में जगह नहीं दी। इसके बाद वो 1 दिन तक खुले में ही घूमता रहा और अपनी पहचान छिपाता रहा। किसी ने उसे नेपाल भाग जाने की सलाह दी, जिसके बाद वो अपने गाँव पहुँचा था। लेकिन, उसके घर में ताला जड़ा हुआ था और उसके माता-पिता बाहर थे। उसने पुलिस को बताया है कि नीतू की शादी ठीक होने से गुस्से में आकर उसने ऐसा किया।
Delhi Begumpur Murder: नाबालिग लड़की की हत्या का आरोपी लईक खान हरदोई से गिरफ्तार https://t.co/BylXZ42gR6
— India TV Hindi (@IndiaTVHindi) February 22, 2021
कौशल ने बताया, “शुक्रवार को शाम 5 बजे मैं अपनी बहन के पास गया था। लईक वहाँ उससे बात करने आया था। पिछले 2-3 महीने से वो निकाह के लिए दबाव बना रहा था। मेरी बहन ने उसके प्रस्ताव को ठुकरा दिया था और कहा था कि वो उसे बस एक दोस्त की तरह समझती है।” शाम को 6 बजे उसने कौशल से चिकेन व कुछ अन्य खाने की चीजें लाने के लिए 200 रुपए दिए। उसके बाद उसने हत्या कर डाली।
परिवार जब वहाँ पहुँचा तो उन्होंने पड़ोसी से हथौड़ा माँग कर ताला तोड़ा। अंदर नीतू खून से लथपथ पड़ी हुई थी। उसके सिर और चेहरे पर गहरे जख्म थे। संजय गाँधी अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। लईक कई दिनों तक पीड़ित परिवार के घर में रहता था और वहीं से काम करने भी जाता था। पीड़ित पिता ने कहा था कि लईक को उन लोगों ने अपने बेटे से भी बढ़ कर माना, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वो इतना बड़ा विश्वासघात करने वाला है।