श्रीनगर का मशहूर शाकाहारी ‘कृष्णा ढाबा’ मंगलवार (अप्रैल 13, 2021) से दोबारा चालू हो गया। 2 माह पहले इसी ढाबे पर इस्लामी आतंकियों ने गोलीबारी कर ढाबा मालिक के बेटे आकाश मेहरा की हत्या कर दी थी।
हमले में मारे गए 22 वर्षीय आकाश के पिता रमेश कुमार ने बताया कि वह अपने ढाबे को खोलने में अब सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। कश्मीर को अपना घर बताते हुए वह बोले, “हम यहाँ पैदा हुए और पूरी जिंदगी यही रहे। अब हम कहाँ चले जाएँ?” रमेश कहते हैं, “जिंदगी, निरंतर चलते रहना है, इसलिए मैं अपने काम पर लौट आया हूँ।”
Jammu and Kashmir: Krishna Dhaba, a restaurant in Srinagar reopened today after nearly two months. The restaurant was closed after the owner’s son was killed by terrorists in February.
— ANI (@ANI) April 13, 2021
Ramesh Kumar, owner says, “Life is all about moving on, so I am back to work again.” pic.twitter.com/5NMr87vycY
कृष्णा ढाबे पर फरवरी में हुआ था आतंकी हमला
17 फरवरी को आकाश मेहरा को इस्लामी आतंकियों ने कृष्णा ढाबा पर गोली मारी थी। आकाश को घटना के फौरन बाद SMHC अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहाँ उसकी मौत हो गई। कश्मीर पुलिस ने जाँच के बाद बताया कि इस आतंकी हमले की ज़िम्मेदारी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन मुस्लिम जाँबाज फ़ोर्स ने ली। वहीं कुछ चश्मदीदों ने कहा कि आतंकवादी आकाश मेहरा पर गोलीबारी करके तुरंत वहाँ से फ़रार हो गए।
BRK:An outfit,Muslim Janbaaz Force owns up attack on iconic Krishna Dhaba, in Srinagar near UN Office
— Rohan Dua (@rohanduaTOI) February 17, 2021
Dhaba has been a popular eating spot among tourists for its all-vegetarian fare
Outfit says they attacked dhaba man, calling him “an outsider as he desired J&K domicile” pic.twitter.com/g9lHXkOgYr
घटना के बाद मुस्लिम जाँबाज फोर्स ने अपनी ओर से एक बयान भी जारी किया था। इसमें उसने बताया कि हिन्दू युवक पर इसलिए हमला किया क्योंकि वह उन्हें ‘बाहरी’ मानता है।
उल्लेखनीय है कि रमेश कुमार का मशहूर शाकाहारी ढाबा शहर के दुर्गानगर इलाके में मौजूद है। इस ढाबे के नज़दीक यूएन मिलिट्री ऑब्ज़र्वरर्स ग्रुप फॉर इंडिया एंड पाकिस्तान (UNMOGIP), जम्मू और कश्मीर के मुख्य न्यायाधीशों के आवास जैसे अहम कार्यालय मौजूद हैं। आकाश पर हमला उस समय हुआ था जब यूरोपियन यूनियन और आर्गेनाईजेशन ऑफ़ इस्लामिक नेशन के कई देश केंद्र शासित राज्यों का मुआयना करने आए थे।
बता दें कि गैर कश्मीरियों पर इस्लामी आतंकी समूह अक्सर निशाना साधे बैठे रहते हैं। साल 2019 के अक्टूबर माह में 5 प्रवासी मजदूर मारे गए थे और इसी साल की शुरुआत में एक सतपाल नाम के सोनार को निशाना बनाया गया था।
इसके अलावा राजनीति पार्टी के कई नेता भी इन आतंकियों के निशाने पर रहते हैं। इसी महीने भाजपा नेता अनवर खान के गार्ड पर ओपन फायर हुई थी। वहीं मार्च में बीडीसी चेरयमैन व भाजपा की राज्य सचिव फरीदा खान पर सोपोर में हमला हुआ था। घटना में एक पुलिसकर्मी समेत दो लोग मारे गए थे।