मेनस्ट्रीम मीडिया जघन्य अपराध करने वालों के लिए हिंदू शब्दों का इस्तेमाल करने से भी गुरेज नहीं करता है। हाल ही में News18 ने न केवल एक आरोपित की धार्मिक पहचान को छिपाने का प्रयास किया, बल्कि उसे ‘तांत्रिक’ कहकर उसके अपराध को हिंदू रंग देने की कोशिश की। महाराष्ट्र के नवी मुंबई में सोमवार (12 जुलाई 2021) को 33 वर्षीय स्वयंभू ‘तांत्रिक’ को पुलिस ने 26 वर्षीय महिला से 4.57 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया। उसने महिला को काले जादू की मदद से उसे छोड़कर गए प्रेमी से शादी कराने के बहाने पैसे ऐंठे थे।
नवी मुंबई पुलिस के मुताबिक, खारघर निवासी पीड़िता ने इस साल फरवरी में उपनगरीय ट्रेनों के डिब्बों में उसके पोस्टर देखकर आरोपित बाबा करीम खान बंगाली से संपर्क किया था, जिसका असली नाम वसीम खान है।
पुलिस ने बताया कि महिला के प्रेमी ने उससे शादी करने से इनकार कर दिया था, जिसके बाद से वह अवसाद में थी। उत्तर प्रदेश के मेरठ के रहने वाले आरोपित ने महिला से फोन पर कहा कि वह उसके प्रेमी को फिर से उसके पास ला सकता है और काला जादू कर उससे शादी भी करा देगा।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपित बाबा करीम खान बंगाली ने यह भी वादा किया कि वह उसके प्रेमी के नए शादी के प्रस्तावों को भी खराब कर सकता है और मेरठ दरगाह में गुप्त क्रिया करने के लिए उससे 4.57 लाख रुपए की माँग की। पुलिस अधिकारी ने कहा कि महिला ने दावा किया है कि उसने करीम खान द्वारा किश्तों में माँगी गई राशि का भुगतान किया था, लेकिन उसका कोई परिणाम नहीं मिला।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि जब महिला ने उससे अपने पैसे वापस माँगे और पुलिस से संपर्क करने की धमकी दी, तो आरोपित ने उसे यह कहते हुए धमकाया कि वह काला जादू की मदद से उसे सड़क दुर्घटना में मार देगा।
गौरतलब है कि भारतीय दंड संहिता, महाराष्ट्र मानव बलि, अन्य अमानवीय, बुराई, अघोरी प्रथाओं, काला जादू रोकथाम और उन्मूलन अधिनियम 2013 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोपित को रविवार (11 जुलाई) को ठाणे जिले के मीरा रोड स्थित गोविंद नगर इलाके से गिरफ्तार किया गया था।
News18 ने काला जादू और धोखाधड़ी करने वाले मुस्लिम आरोपित को बताया ‘तांत्रिक’
News18 की रिपोर्ट में आप भी देख सकते हैं कि किस तरह उन्होंने एक अपराधी करीम खान के लिए ‘तांत्रिक’ शब्द का प्रयोग किया है। उन्होंने करीम खान के अपराध को हिंदू रंग देने के प्रयास में धोखाधड़ी करने वाले occult practitioner को ‘तांत्रिक’ बता डाला।
News18 ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बलात्कार का आरोपित करीम खान बंगाली उर्फ वसीम खान एक तांत्रिक है। हालाँकि, अपराध को ‘धर्मनिरपेक्ष’ के चश्मे से देखने के प्रयास में उन्होंने अपनी रिपोर्ट में आरोपित को ‘तांत्रिक’ के रूप में संदर्भित किया है। सिर्फ News18 ही नहीं, फ्री प्रेस जर्नल ने भी धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को ‘तांत्रिक’ बताकर उसी तरह का प्रचार करने प्रयास किया है। कई अन्य मीडिया पोर्टलों ने भी ऐसा ही किया है।
आम बोलचाल में, ‘तांत्रिक’ का अर्थ ‘तंत्र विद्या’ का प्रयोग करने वाले से है, जो मुख्य रूप से हिंदू धर्म से जुड़ा है, जिससे यह धारणा बनती है कि एक हिंदू व्यक्ति ने यह अपराध किया है।
‘धर्मनिरपेक्ष’ मीडिया की हताशा अन्य धर्मों के अपराधियों द्वारा किए गए अपराधों का ‘हिंदूकरण’ करने पर अमादा
मीडिया संगठन अक्सर जानबूझकर तथ्यों को अनदेखा करके और अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित अपराधियों की पहचान को गुप्त रखने का प्रयास करते हैं। हालाँकि, हाल ही में कई मीडिया संगठनों को न केवल अपराधियों के नाम छुपाने, बल्कि उन्हें उनके अपराधों को हिंदू रंग देते हुए भी देखा गया। उन्होंने अपनी रिपोर्ट में यह बताने का प्रयास किया कि यह अपराध हिंदुओं द्वारा किया गया था।
टाइम्स ऑफ इंडिया कई बार अपराध को धर्मनिरपेक्ष बनाने के प्रयास में ऐसे अपराधियों को ‘तांत्रिक’ बताते हुए पकड़ा गया है। हालाँकि, इनमें से कई रिपोर्ट एजेंसी फीड हैं, लेकिन मेनस्ट्रीम मीडिया में अल्पसंख्यक समुदाय द्वारा किए गए अपराधों को हिंदू स्पिन देने के लिए यह एक सामान्य प्रथा रही है।
2018 में, टाइम ऑफ इंडिया ने बताया कि महाराष्ट्र में, एक ‘तांत्रिक’ ने अपने पुरुष भक्तों को अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। रिपोर्ट के अनुसार, एक आसिफ नूरी नाम अपराधी था, लेकिन TOI ने अपने पाठकों को गुमराह करने के लिए एक हिंदू साधु की फोटो का इस्तेमाल करते हुए उसी रिपोर्ट को ट्वीट किया था।
कुछ दिन पहले, टीओआई ने फिर से इसी तरह की एक रिपोर्ट प्रकाशित की। उसमें उन्होंने occult practitioners अफजल मलिक और उसके तीन दोस्तों तारिक, असलम और जुल्फिकार को तांत्रिक लिखा था। इन तीनों पर कथित तौर पर नाबालिग लड़की को अपने घर में फुसलाकर सामूहिक बलात्कार करने का आरोप था।
अन्य मीडिया ग्रुप भी पीछे नहीं
वास्तव में वर्नाक्युलर मीडिया भी उसी हिंदू विरोधी प्रचार का अनुसरण करता है। हिंदी-दैनिक जागरण ने भी अपनी हेडलाइन में उत्पीड़न के मामले में एक आरोपित को ‘तांत्रिक’ सूफी बाबा बुलाया था। जबकि अपराधी की पहचान आफताब के रूप में हुई थी। हिंदी न्यूज18 ने अपने लेख में शीर्षक दिया था, ‘भूतों को भगाने के बहाने नाबालिग के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में तांत्रिक गिरफ्तार’। बाद में तांत्रिक की पहचान हाफिज साजिद के रूप में हुई थी।